जोशीमठ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद महाराजजी 1008 ने सनातन कुंभ क्षेत्र में सनातन बोर्ड का गठन किया

जोशीमठ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद महाराजजी 1008 ने सनातन कुंभ क्षेत्र में सनातन बोर्ड का गठन किया

जगत गुरु जोशीमठ पीठाधीश्वर स्वामी श्री अविमुक्तेश्वरानंद महाराजजी 1008 ने सनातन कुंभ क्षेत्र में सनातन बोर्ड का गठन किया

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जोशीमठ पीठाधीश्वर पितृ स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने समविद्या कुंभ क्षेत्र में सनातन बोर्ड का गठन किया

असमंजस, 14 जनवरी। महाकुंभ में 27 जनवरी को होने वाली धर्म संसद की बैठक से पहले ही ज्योतिर्मठ पीठ के शिष्य स्वामी मोक्षेश्वरानंद सरस्वती ने सनातन संरक्षण परिषद सनातन बोर्ड का गठन किया है। इसके साथ ही काउंसिल में 54 सदस्यों के नाम भी बताए गए हैं। यही लोग सनातन देश में सनातन धर्म की रक्षा के लिए नियंत्रण सरकारी को मुक्त कराने के लिए भी प्रयास करेंगे।

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12 जनवरी यानी रविवार को सनातन बोर्ड की ओर से सनातन धर्म संसद में परम धर्म की घोषणा की गई। जिसमें देश के अलग-अलग अंतरराष्ट्रीय से जुड़े लोगों की जिम्मेदारियां बनाई गई हैं। सनातन धर्म की रक्षा के लिए 54 संप्रदाय वाली सनातन बोर्ड कार्य समिति के अनुसार जारी सूचना। जिसमें 36 प्रमुख धर्माचार्य और 18 विषय विशेषज्ञ शामिल होंगे। इसमें केंद्र और प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

केन्द्र एवं प्रदेश सरकार के प्रतिनिधि भी सदस्य
पं. अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने बताया कि सनातन बोर्ड में चार पं. इनके वंश में जग्गुरु रामानुजाचार्य, जग्गुरु निम्बार्काचार्य, जग्गुरु वल्लभाचार्य शामिल थे। इसके साथ ही इस बोर्ड में 13 बौद्धों के एक-एक प्रमुख भी शामिल हैं। राम जन्मभूमि ट्रस्ट और हनुमानगढ़ी मंदिर के प्रमुखों के साथ मंदिर, त्रिमाला धाम और उत्तराखंड के चारों धाम के प्रमुख भी शामिल होंगे। इसके साथ ही केंद्र और प्रदेश सरकार के सहयोगियों को भी सनातन बोर्ड में शामिल करने का प्रस्ताव पारित किया गया है./देश विदेश की ताजा खबरों के लिए देखते रहें ukpkg.com

बोर्ड में 36 प्रमुख धार्मिक स्थल शामिल हैं,
स्वामी मुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने धर्म संसद प्रस्ताव की शुरुआत की है। इस बोर्ड में 36 प्रमुख धार्मिक स्थलों के धर्माचार्य शामिल हैं, जबकि 18 प्रमुख धार्मिक स्थलों के धर्म विशेषज्ञ शामिल हैं। फ़्रांसीसी ने बताया कि अभी 54 एक साझीदार सनातन संरक्षण परिषद लोग कार्य करेंगे। उन्होंने कहा कि सनातन के नाम पर काम करने का दावा करने वाले बहुत से संस्थान हैं, जो स्वयं सनातन हिंदू धर्म के नाम पर काम करने वाले हैं, लेकिन सनातन धर्म की स्थापना नहीं हुई है। वह वेद शास्त्र के अनुसार अपने को पसंद नहीं करते। इस कारण से इन लोगों और गरीबों के प्रसिद्ध होने के बाद भी उन्हें इस परिषद में शामिल नहीं किया गया है।

सनातन बोर्ड को लेकर एरिना काउंसिल में धर्म संसद
अखिल भारतीय एरिना काउंसिल और प्रसिद्ध कथावाचक देवकी नंदा ठाकुर की ओर से साझा रूप में 27 जनवरी को महाकुंभ में धर्म संसद करने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही 27 जनवरी को उनके होने वाले धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन को लेकर विस्तार से चर्चा की गई जिसके बाद उनके गठन की बात कही गई। जबकि शिष्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने अभी सनातन बोर्ड के गठन की घोषणा की है, जिसमें कौन-कौन शामिल है, यह भी बताया गया है

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