फ्लैट में संदिग्ध अवस्था में पडा मिला किशोरी का शव परिजनों ने किया जमकर हंगामा

फ्लैट में संदिग्ध अवस्था में पडा मिला किशोरी का शव परिजनों ने किया जमकर हंगामा
 फ्लैट में संदिग्ध अवस्था में पडा मिला किशोरी का शव
परिजनों ने किया जमकर हंगामा
देहरादून। शिक्षिका के घर पर काम करने वाली 15 साल की किशोरी का शव फ्लैट में संदिग्ध अवस्था में पडा मिला। परिजनों ने मौके पर पहुंच जमकर हंगामा किया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरूवार सुबह नेहरू कालोनी थाना पुलिस को सूचना मिली कि विधायक हास्टल के पास स्थित एक फ्लैट में 15 साल की किशोरी का शव पडा हुआ है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना की सूचना मिलते ही किशोरी के परिजन मौके पर पहुंचे और उन्होंने वहां पर जमकर हंगामा किया। उनका आरोप है कि शिक्षिका व उसके पति के द्वारा किशोरी के साथ मारपीट की गयी है। गत दिवस भी उसके साथ मारपीट की गयी थी जिसके बाद वह भागकर अपने घर आ गयी थी लेकिन थोडी देर बाद एक सिक्योटी गार्ड उसको वापस लेकर गया था। आसपास के लोगों ने जानकारी देते हुए बताया कि किशोरी नई बस्ती रेसकोर्स की रहने वाली थी तथा दो तीन माह से ही यहां पर काम करने आयी थी। जिसका   शव गुरूवार सुबह मिला। नेहरू कालोनी चैकी प्रभारी हेमा पुरोहित ने फोन पर सम्पर्क करने पर बताया कि फ्लैट अभिषेक लूथरा का है तथा अभिषेक लूथरा की पत्नी शिक्षिका है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अभिषेक की पत्नी कुछ दिन पहले अपने मायके गयी हुई थी। गुरूवार प्रातः अभिषेक अपना सामान ऊपर के फ्लैट में रखने गया था जब वह वापस आया तो उसने किशोरी का मृत पाया। पुलिस मामले को सुसाइड बता रही है। परिजनों का आरोप था कि उनकी बेटी की मौत सुबह दस बजे हो गयी थी तथा उसका शव कोरोनेशन अस्पताल में पहुंचा दिया गया और एक बजे उनको इसकी सूचना दी गयी।

कुछ लोगों पर छवि धूमिल करने का आरोप,गोदयाल ने पुलिस को सौंपी शिकायत

देहरादून। उत्तराखण्ड  कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कुछ लोगों पर छवि धूमिल करने का आरोप लगाते हुए दून एसपी सिटी प्रमोद कुमार को शिकायती पत्र सौंपकर मामले में कार्रवाई करने की मांग की है। उनका आरोप है कि साल 2022 जब वो प्रदेश अध्यक्ष थे, तब भी उनकी छवि धूमिल करने का काम किया गया था। अब लोकसभा चुनाव से पहले इस तरह का कृत्य किया जा रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गणेश गोदियाल ने पुलिस को सौंपे शिकायती पत्र में कहा कि वो थैलीसैंण और श्रीनगर विधानसभा से निर्वाचित सदस्य रह चुके हैं, लेकिन साल 2022 के विधानसभा चुनाव में कुछ लोगों ने जिन्हें राजनीतिक शह हासिल था, उन्होंने उनकी छवि को धूमिल करने की नीयत से राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी पार्टी के साथ मिलकर उनका फर्जी हस्ताक्षर कर एक झूठा पत्र सोशल मीडिया पर वायरल किया। जिसमें धार्मिकता के आधार पर विधानसभा चुनाव में मतों का ध्रूवीकरण किया, जिससे उन्हें और उनकी पार्टी को नुकसान पहुंचाया।
इस मामले में भी उन्होंने और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शिकायती पत्र पुलिस को सौंपा था। साथ ही पुलिस से आरोपियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की मांग की थी, लेकिन अभी तक पूरे मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई। गणेश गोदियाल ने कहा कि अब दोबारा लोकसभा चुनाव 2024 से पहले उनकी छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
उन्होंने आरोप लगाया कि प्रतिद्वंद्वी पार्टी की तरफ से यह सब साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि इस शिकायती पत्र में ऐसे लोगों के नाम और नंबर भी दर्ज कराए हैं। गणेश गोदियाल ने एसपी सिटी प्रमोद कुमार से इस मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. साथ ही चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं की गई तो उन्हें कोर्ट की शरण में जाने को मजबूर होना पड़ेगा।

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ईडी ने की लक्ष्मी राणा से लंबी पूछताछ
हरक सिंह ईडी को दिया राजनीतिक व्यस्तता का हवाला

देहरादून। बहु चर्चित पाखरो सफारी घोटाले में आज आरोपितों में से एक लक्ष्मी राणा से ईडी के अधिकारियों द्वारा लंबी पूछताछ की गई जबकि गुरूवार को डा. हरक सिंह को भी ईडी कार्यालय में पेश होना था लेकिन वह नहीं आए। बताया जाता है कि उन्होंने राजनीतिक कामों में व्यस्तता का हवाला देकर बाद में आने को कहा है।
उल्लेखनीय है कि बीते दिनों ईडी द्वारा डा. हरक सिंह और वन विभाग के कुछ अधिकारियों सहित उनके कुछ सहयोगियों के 16 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी, जिसमें 110 करोड़ की नगदी और कई जमीनों की खरीद फरोख्त के कागजात तथा करोड़ों की ज्वेलरी और विदेशी मुद्रा ईडी ने बरामद की थी। करोड़ों रुपए के घोटाले का यह मामला 2019कृ20 का है तथा उस समय डा. हरक सिंह भाजपा सरकार में वन मंत्री थे।
उल्लेखनीय है कि बीते कल ईडी ने वन विभाग के अधिकारी सुशांत पटनायक से पूछताछ की थी। इस छापेमारी में सबसे अधिक रकम उनके ही घर से बरामद हुई थी। छापेमारी की जद में उत्तरकाशी की पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा भी आ गई थी, जिन्हें डा. हरक सिंह का करीबी बताया जाता है। उनके ठिकानों से ईडी को 45 लाख रुपए की ज्वेलरी आदि बरामद हुई थी। लक्ष्मी राणा आज सुबह 10 बजे ईडी के कार्यालय पहुंची जहां ईडी के अधिकारियों द्वारा उनके पास से बरामद संपत्ति को लेकर लंबी पूछताछ की गई। समाचार लिखे जाने तक यह पूछताछ जारी थी।
उधर हरक सिंह जिन्हें ईडी ने समन भेज कर आज ईडी कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया गया था, ईडी कार्यालय नहीं पहुंचे। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उनके द्वारा दिल्ली में राजनीतिक कार्यों में व्यस्तता का हवाला देकर बाद में पेश होने की बात कही गई है। उनका निजी फोन भी बीते दो दिनों से बंद है। वह अब कब ईडी के कार्यालय में पेश होंगे इसकी कोई तारीख तय नहीं है।

विपक्ष ने प्रदेश सरकार को सदन में कानून व्यवस्था के मुद्दे पर घेरा
नेता प्रतिपक्ष ने सरकार पर लगाया अपराधियों से सांठ-गांठ का लगाया आरोप

देहरादून। आज बजट सत्र के चैथे दिन सदन में विपक्ष ने कानून व्यवस्था और भ्रष्टाचार के तमाम मुद्दों को लेकर सरकार से तीखे सवाल किए। सरकार के मंत्री सवालों और अनुपूरक सवालों का जवाब देने की बजाय जब यह कहते दिखे कि इसका जवाब वह उन्हें बाद में भिजवा देंगे तो विपक्ष ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अगर बाद में ही जवाब लिखवा कर देना है तो फिर सत्र बुलाने की भी क्या जरूरत है।
नेता विपक्ष यशपाल आर्य ने इस दौरान पत्रकारों से वार्ता कर सरकार पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि सरकार आकंठ भ्रष्टाचार में डूबी हुई है। उत्तराखंड में माफिया राज स्थापित हो चुका है। सत्ता में बैठे लोगों द्वारा अपराधियों और खनन माफियाओं को संरक्षण दिया जा रहा है। शासनकृप्रशासन और सत्ता में बैठे लोगों की साठकृगांठ से ही सारा खेल चल रहा है। प्रदेश की कानून व्यवस्था पूरी तरह से चैपट हो चुकी है।
यशपाल आर्य ने कहा कि अधिकारी किसी भी प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं। राज्य में खनन माफिया सरकार पर हावी है। भ्रष्टाचार चरम पर पहुंच चुका है। उन्होंने कहा कि इससे बड़ी बात क्या हो सकती है कि हाईकोर्ट द्वारा किसी भ्रष्टाचार की सीबीआई जांच के आदेश दिए जाएं और सरकार जांच रोकने के लिए याचिका दायर करें। उन्होंने उघान घोटाले और सिंचाई घोटाले का उदाहरण देते हुए कहा कि सरकार नही चाहती है कि भ्रष्टाचार के मामलों की जांच हो। राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए उन्होंने महिलाओं पर बढ़ते अत्याचारों की बात करते हुए कहा कि अंकिता के परिजन न्याय के लिए सालों बाद भी धरने पर बैठे हैं और उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। क्यों नहीं मिल रहा है यह बात सभी लोग जानते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के खाने और दिखाने के दांत अलगकृअलग है।
लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि मैं न नैनीताल से चुनाव लड़ रहा हूं न अल्मोड़ा से। उन्होंने कहा कि अल्मोड़ा उनके क्षेत्र से बहुत दूर है वहां जिन लोगों ने पहले से ही चुनावी तैयारियंा की हुई है उन्हें मौका मिलना चाहिए।

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सपा ने किया एक दिवसीय सम्मेलन का आयोजन
काशीपुर। लोकसभा चुनाव 2024 नजदीक पाकर सभी राजनीतिक दल सक्रिय होने लगे है। इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी ने एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया। सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि उत्तराखंड सपा के प्रदेश अध्यक्ष शंभू प्रसाद पोखरियाल ने शिरकत की। जहां उन्होंने शाहिद मंसूरी को पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष के तौर पर नियुक्ति की। साथ ही नवनियुक्त पदाधिकारियों को नियुक्ति पत्र देकर सम्मानित भी किया।
गुरूवार को काशीपुर में कुंडेश्वरी रोड पर स्थित एक रिसोर्ट में समाजवादी पार्टी उत्तराखंड का एक दिवसीय कार्यकर्ता सम्मेलन हुआ। सम्मेलन में समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शंभू प्रसाद पोखरियाल ने  कहा कि गरीब और मजदूरों का शोषण हो रहा है। किसानों का दिन रात आंदोलन चल रहा है, लेकिन केंद्र सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। देश में महंगाई आसमान छू रही है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नारे सभी को न्याय मिले और सभी को रोजगार मिले पर सब मिलकर काम कर रहे हैं। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ गठबंधन या अकेले दम पर चुनाव लड़ने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के साथ सीटों पर गठबंधन हो चुका है। जबकि, उत्तराखंड में जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी कि पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ेगी या अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी।

विधानसभा में उठा टिहरी में प्रसूता की मौत का मामला,सस्पेंड हुआ डॉक्टर
देहरादून। गुरुवार को विधानसभा में स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत से प्रतापनगर विधायक ने चैड़ लमगांव सीएचसी में प्रसूता महिला की मौत का मामला उठाया। जिस पर जमकर हंगामा हुआ। जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने प्रताप नगर सीएचसी के डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया है। गुरुवार को विधानसभा में बजट सत्र के चैथे दिन की कार्यवाही के दौरान कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत के तमाम विभागों से संबंधित सवाल विधानसभा में पूछे गए। विधानसभा में दूसरे ही सवाल में हरिद्वार ग्रामीण से विधायक अनुपमा रावत ने धन सिंह रावत के सहकारिता विभाग द्वारा संचालित बैंक को सहकारी समितियां और दूसरे संगठनों में नियुक्तियों में हो रही अनियमितताओं का विषय उठाया। अनुपमा रा प्रताप नगर विधायक विक्रम नेगी ने हाल ही में टिहरी गढ़वाल की प्रताप नगर विधानसभा सीट में पड़ने वाले चैड़ लमगांव अस्पताल में प्रसूता को उचित उपचार नहीं मिलने के बाद जिला अस्पताल रेफर करने और रास्ते में ही प्रसूता (जच्चा बच्चा) के दम तोड़ने पर सदन में सवाल पूछा। इस मामले ने सदन में तूल पकड़ा। जिस पर स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने इस प्रकरण पर खेद प्रकट किया। उन्होंने कहा निश्चित तौर से इस प्रकरण के दौरान लापरवाही हुई है। उन्होंने बताया वहां पर तीन डॉक्टरों की नियुक्ति की गई थी, लेकिन उस दिन वहां पर कोई भी मौजूद नहीं था। जिसके कारण प्रसूता को सुविधा नहीं मिल पाई, जो कि बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा इस प्रकरण में डॉक्टर को सस्पेंड करने की कार्रवाई सदन के बाद की जाएगी। सदन के बाद स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने प्रताप नगर अस्पताल के डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया है।

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 फार्मा फैक्टरी में छापा,नकली दवाओं का शक,पूछताछ जारी
कोटद्वार। नकली दवाओं को बनाने और बेचने के मामले में  कोटद्वार में बुधवार शाम को तेलंगाना के ड्रंग इंस्पेक्टर की अगुवाई में एक टीम ने स्थानीय पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ सिगड्डी सिडकुल में एक फार्मा फैक्टरी में छापा मारा। टीम गुरूवार को भी यहीं डटी है। नकली दवाइयां के आशंका में पूछताछ जारी है। बताया जा रहा है कि तेलंगाना में कुछ नकली दवाइयों की खेप पकड़ी गई है जिसके तार कोटद्वार के सिगड्डी सिडकुल की एक फैक्टरी से जुडे बताए जा रहे हैं। बीते वर्ष सितंबर माह में गाजियाबाद में भी कोटद्वार से नकली दवाइयों की खरीद फरोख्त की बात सामने आई थी। तब वहां की पुलिस ने चार सप्लायरों को गिरफ्तार कर उनके पास से भारी मात्रा में नकली दवा बरामद की थी। पूछताछ में आरोपियों ने कोटद्वार में ही नकली दवाओं के बनने की बात स्वीकारी थी।क फैक्टरी को खंगालती रही। हालांकि यहां से टीम के हाथ क्या लगा यह जानकारी अभी गुप्त रखी गई है।

फोटो डी 4
डंपर ने स्कूटी को मारी टक्कर,पत्नी की मौत,पति गंभीर
रुद्रप्रयाग। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर सम्राट होटल के निकट एक डंपर ने ओवरटेक करते समय स्कूटी को जोरदार टक्कर मार दी। जिससे महिला की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गयी। जबकि महिला का पति गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया है। मृतक महिला के शव का पंचनामा भरकर पीएम की कार्यवाही की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय के पुनाड़ गांव निवासी संदीप सेमवाल स्कूटी से अपनी पत्नी के साथ श्रीनगर जा रहे थे। इस दौरान सम्राट होटल के निकट एक डंपर ने स्कूटी को ओवरटेक करने का प्रयास किया। जिसके चलते डंपर अनियंत्रित होकर स्कूटी से टकरा गया। तेज टक्कर लगने के कारण स्कूटी हाईवे पर पलट गई। दुर्घटनास्थल पर ही महिला की मौत हो गई साथ ही स्कूटी चला रहा महिला का पति गंभीर रूप से घायल हो गया। सूचना मिलने के बाद पुलिस की टीम मौके पहुंची। मृतका के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा।आगे पढ़ें 

बनभूलपुरा हिंसा के मास्टरमाइंड का बेटा मोईद दिल्ली से गिरफ्तार

सभी 9 वांटेड आरोपी अब पुलिस गिरफ्त में

पुलिस रिमांड पर लेने की करेगी कोशिश

हल्द्वानीध्दिल्ली। हल्द्वानी हिंसा मामले में फरार चल रहे एकमात्र वांटेड को भी पुलिस ने दिल्ली एनसीआर से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल कर ली है। इस केस में अब्दुल मलिक सहित 8 वांटेड आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। अब्दुल मलिक का बेटा मो. मोईद मालिक जो एकमात्र फरार चल रहा था, पुलिस ने उसे भी बीती रात एनसीआर दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया है।
बीते 8 फरवरी को हल्द्वानी में अब्दुल मलिक के मदरसे और मस्जिद को हटाने की कार्यवाही के दौरान भड़की हिंसा और आगजनी की घटना में पांचकृछह लोगों की मौत हो गई थी तथा दंगाइयों द्वारा पुलिस प्रशासन पर पत्थर व पेट्रोल बम से किए गए हमले में दर्जनों लोग घायल हो गए थे। जिसके बाद वनभूलपूरा थाने को भी दंगाइयों ने आग के हवाले कर दिया था। व्यापक स्तर पर हुई हिंसा और आगजनी के मामले में पुलिस ने तीन एफआईआर दर्ज कराई थी जिसमें कुछ नामजद लोगों सहित सैकड़ो अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया था नामजद लोगों में से नौ लोगों के फरार होने के बाद उन्हें वांटेड घोषित किया गया था।
अब्दुल मलिक और उनका बेटा मो. मोईद मलिक मुख्य आरोपियों में शामिल है। अब्दुल मलिक को पुलिस बीते शनिवार को गिरफ्तार कर चुकी थी और अब वह पुलिस डिमांड पर है। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है लेकिन वह पूछताछ में सहयोग नहीं कर रहा है। इसी बीच पुलिस को उसके बेटे को भी एनसीआर दिल्ली से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की गई है। जिसे गुरूवार को ही कोर्ट में पुलिस द्वारा पेश कर पूछताछ के लिए पुलिस उसे रिमांड पर लेने की कोशिश करेगी। इन सभी के खिलाफ एनएसए के तहत कार्रवाई करने की बात कही जा रही है।

फोटो डी 1
मारने के आदेश के बाद भी वन विभाग की पकड़ से दूर है दून का आदमखोर
देहरादून। जनपद में बीते रविवार को गुलदार ने 10 साल के बच्चे अपना निवाला बनाया था। जिसके बाद उसे गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए थे। जिसके बाद आज तक गुलदार का कुछ अता-पता नही है।  वन विभाग की पांच टीमें अलग-अलग इलाकों में इस गुलदार को सर्च कर रही हैं।
 आदमखोर के इस हमले के बाद से सरकार और वन प्रशासन दोनों ही टेंशन में हैं। प्रदेश की राजधानी देहरादून के गलज्वाड़ी क्षेत्र में यह घटना उस वक्त हुई थी जब बच्चा अपने घर के पास ही खेल रहा था। तभी गुलदार 10 वर्ष के बच्चे को उठाकर ले गया। इससे पहले भी जनवरी महीने में यह गुलदार 4 साल के बच्चे को उठा कर ले गया था। उस घटना के बाद 7 दिन बीते भी नहीं थे कि इसी इलाके में गुलदार ने एक और बच्चे पर उस वक्त हमला कर दिया था, जब बच्चा अपने दोस्तों के साथ जंगल में लकड़ियां बीनने गया था। लगातार घटती इन घटनाओं के बाद वन विभाग ने आदमखोर हो चुके इस गुलदार को मारने के आदेश दे दिए हैं। जिसके बाद वन विभाग की टीमें इस पूरे इलाके में अलग-अलग जगह बंदूकों से लैस होकर डेरा डाले हुए हैं। किन्तु रविवार के बाद से गुलदार क्षेत्र से गायब है।

 आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कलेक्टेªट पर किया प्रदर्शन
हरिद्वार। उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ के नेतृत्व पर आंगनबाड़ी वर्कर्स ने कलेक्ट्रेट भवन पहुंचकर अपनी मांगों को लेकर धरना-प्रदर्शन किया।
अपने पूर्व निधारित कार्यक्रम के अनुसार काफी संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकत्री  रोशनाबाद स्थित कोर्ट क्षेत्र में एकत्रित हुईं और उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री के नेतृत्व में नारेबाजी कर एडीएम को ज्ञापन सौंपा। उत्तराखंड राज्य आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ की प्रदेश अध्यक्ष सुशीला खत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी वर्कर्स से सरकार बहुत काम लेती है, जबकि उन्हें सिर्फ मानदेय दिया जा रहा है। लंबे समय से राजकीय कर्मचारी घोषित करने की मांग आंगनबाड़ी वर्कर्स द्वारा उठाई जा रही है। जिसके लिए पिछले 20 फरवरी से आंगनबाड़ी वर्कर्स और सहायिकाओं ने कार्य बहिष्कार भी कर रखा है। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा, तब तक ऐसे ही कार्य बहिष्कार जारी रहेगा और आने वाले पोलियो मुक्त अभियान और लोकसभा चुनाव की ड्यूटी को भी आंगनबाड़ी वर्कर्स द्वारा नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक यह मांगें पूरी नहीं होती, तब तक आंगनबाड़ी वर्कर्स कार्य नहीं करेंगी।

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