दो दिन बारिश से दो पेयजल प्लांट ध्वस्त,रामनगर में सोमवार को नही पेयजल आपूर्ति
नैनीताल। शहर और आसपास के इलाकों में शनिवार और रविवार को हुई लगातार दो दिन की बारिश के बाद आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। लगातार बारिश के बाद रामनगर की पेयजल आपूर्ति भी सोमवार को पूरी तरह ठप हो गई। बारिश के कारण उत्तराखंड जल संस्थान के पेयजल प्लांट को काफी नुकसान हुआ है। इस कारण सोमवार को रामनगर शहर की पेयजल आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। इस कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। उत्तराखंड जल संस्थान के जेई गौरव आर्य ने बताया कि लगातार दो दिन बारिश के बाद विभाग के रामनगर के बलदिया पड़ाव स्थित पेयजल ट्रीटमेंट प्लांट में इसका काफी असर पड़ा है। जेई ने बताया कि जल संस्थान द्वारा नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए प्लांट के समीप बहने वाली कोसी नदी में अस्थाई तौर पर एक मिट्टी का बांध बनाया गया था, जो बारिश के कारण नदी में बह गया। इस कारण वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का जलस्तर कम होने के कारण नगर में आज पेयजल आपूर्ति नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि विभाग की दूसरी पेयजल योजना रामनगर भंडारपानी मार्ग पर स्थित बांगाझाला में भी पेयजल लाइन के अंदर मलवा आने से यह लाइन भी क्षतिग्रस्त हो गई है।
आगे पढ़ें
कैबिनेट में लोक तथा निजी संपत्ति अध्यादेश 2024 पर लगी मुहर
कैबिनेट की बैठक में आठ फैंसलों पर मोहर
देहरादून। धरना प्रदर्शन और आंदोलन तथा दंगों के दौरान सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने वालों से ही नुकसान की वसूली की जाएगी। उत्तराखंड सरकार ने अब इसका पुख्ता बंदोबस्त कर दिया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता वाली आज सचिवालय में हुई कैबिनेट बैठक में सरकार द्वारा इस आशय के अध्यादेश को अपनी मंजूरी दे दी गई है।
आज हुई कैबिनेट बैठक में लिए गए फैसलों की जानकारी देते हुए मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने बताया कि कैबिनेट की बैठक में उत्तराखंड लोक एवं निजी संपत्ति अध्यादेश 2024 को मंजूरी प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि प्रदर्शन आंदोलनों या फिर दंगों तथा उपद्रव के दौरान सरकारी व निजी संपत्ति को अगर नुकसान पहुंचाया जाता है तो इसकी वसूली दंगाइयों से ही की जाएगी। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक ट्रिब्यूनल का गठन किया जाएगा जो संपत्तियों को हुई क्षति व आर्थिक नुकसान का आकलन करेगा। जिसके अनुसार क्षति की वसूली कर सरकार या जिसका नुकसान हुआ है उसे दी जाएगी।
सरकार द्वारा इस अध्यादेश को राज्यपाल की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राज्यपाल के हस्ताक्षर होते ही यह अध्यादेश लागू हो जाएगा। तथा सरकार को इसे 6 महीने के अंदर राज्य विधानसभा से भी पारित कराया जाएगा। हल्द्वानी हिंसा को लेकर मुख्यमंत्री धामी ने यह घोषणा की थी कि इसमें जो भी संपत्तियों को नुकसान हुआ है उसकी वसूली दंगाइयों से ही की जाएगी। जो इस अध्यादेश के आने से सुनिश्चित हो गया है।
आज लाये गये इस अध्यादेश का भाजपा और कांग्रेस दोनों ही दलों के नेताओं द्वारा समर्थन किया गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भटृ का कहना है कि यह बहुत पहले हो जाना चाहिए था सरकार ने इस तरह की व्यवस्था करके अच्छा काम किया है। तोड़फोड़ और आगजनी करने वाले अराजक तत्वों पर लगाम कसा जाना जरूरी है। उधर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा का कहना है कि हम इस फैसले का स्वागत करते हैं क्योंकि सरकारी संपत्तियों को जनता के पैसे से ही बनाया जाता है। सरकारी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाने का अधिकार किसी को भी नहीं हो सकता।
आज की कैबिनेट में लिए गए आठ फैंसलों में भारत सरकार द्वारा संचालित अनुसूचित जाति दशमोत्तर छात्रवृत्ति की राशि बढ़ाने तथा लेखाकारों के अधीनस्थ को लेकर भी अहम फैसले किए गए हैं वित्त विभाग के अधीनस्थ लेखा संवर्ग के कर्मचारियों का अधिकार वित्त विभाग के अधीन ही रहेगा तथा एनआईटी सुमड़ी को निशुल्क जमीन उपलब्ध कराने का फैसला भी लिया गया है।
आगे पढ़ें
सूरज पंवार ने किया पेरिस ओलंपिक के लिए किया क्वालीफाई
पौड़ी। जिले के युवा एथलेटिक्स सूरज पंवार ने ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर लिया है। अब सूरज जुलाई में पेरिस में होने वाले ओलंपिक खेलों में भाग लेंगे।
राज्य के पौड़ी नेशनल स्टेडियम रांसी से सूरज पंवार ने बीते जनवरी में गोवा राष्ट्रीय खेलों के लिए गहन अभ्यास किया। अब सूरज ओलंपिक खेलों में देश के लिए गोल्ड जीतने का लक्ष्य बनाए हुए है। कोच व जिला क्रीड़ा अधिकारी अनूप बिष्ट ने बताया कि सूरज ने बीते 28 जनवरी को चंडीगढ़ में हुई नेशनल खेलों में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया। सूरज ने 1 घंटा 19 मिनट 38 सेकंड में 20 किमी दूरी तय की। ओलंपिक के लिए निर्धारित समय 1 घंटा 20 मिनट व 20 सेकंड का था। यह पहला मौका है जब राज्य के पहाड़ी जिले का युवा वॉकरेस एथलीट ओलंपिक में खेलेगा।वॉकरेस विधा में सूरज ऐसे दूसरे खिलाड़ी हैं जो कि ओलंपिक खेलेंगे। इससे पहले ओलंपिक 2016 में चमोली के मनीष रावत ने 13वां स्थान प्राप्त किया था। इन दोनों खिलाड़ियों को वॉकरेस एथलीट में कोच अनूप बिष्ट ने तराशा। अनूप बिष्ट ने बताया कि मूलरूप से टिहरी निवासी सूरज को 2015 से प्रशिक्षण दे रहे हैं। सूरज पंवार बेहतर एथलीट हैं।