17 जून 2024 , बदरीनाथ धाम, चमोली
*चमोली मंगलम्*
*अद्भुत हिमालय की ऐतिहासिक तीर्थ दर्शन यात्रा* के तीसरे दिन आज दिनांक 17 जून 2024 को ‘परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज ने
*आज निर्जला एकादशी के पावन अवसर भगवान बदरीविशाल के मंगलमय दर्शन, पूजन किए*
*आदिकेदार में जलाभिषेक , अग्नितीर्थ में प्रोक्षण दर्शन के बाद , लीलाढुंगी, वामणी गांव की भगवती नन्दा देवी , बदरिकाश्रम की शक्ति भगवती उर्वशी देवी के दिव्य दर्शन किए पूज्यपाद शंकराचार्य जी महाराज ने*
*’मणिरत्नेश्वर महादेव’ का वार्षिकोत्सव सम्पन्न हुआ, शंकराचार्य जी महाराज ने किया दुग्धाभिषेक*
बदरीविशाल धाम मे स्थित श्रीशंकराचार्य मठ शेषनेत्र आश्रम परिसर में विराजमान अद्भुत शक्तियों के केन्द्र सिद्ध स्फटिक शिला की अद्भुत मूर्ति जो कि सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करती हैं , भगवान मणिरत्नेश्वर आज एकादशी के दिन वार्षिकोत्सव मनाया गया , पूज्य शङ्कराचार्य जी महाराज ने रुद्राभिषेक कर शिवाराधना की ।
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इन अवसर पर उपस्थित रहे भगवान बदरीविशाल के मुख्य पुजारी रावल श्री ईश्वरप्रसाद नम्बूदरी जी , धर्माधिकारी श्री राधाकृष्ण थपलियाल जी, नायब रावल अमरनाथ नंबूरी जी , केन्द्रीय धार्मिक डिमरी पंचायत के अध्यक्ष आशुतोष डिमरी जी , मन्दिर प्रशासक राजेन्द्र चौहान जी, पूर्व वेदपाठी कुशलानन्द बहुगुणा जी, शिवानन्द उनियाल जी, बलदेवप्रसाद मेहता जी, अशोक टोडरिया, अजेय स्वरूप ब्रह्मचारी जी, शंकर बाबा जी, मुकुन्दानन्द ब्रह्मचारी जी, पवन डिमरी, शिवानन्द उनियाल जी आदि सैकड़ो जन उपस्थित रहे.। दूसरी ओर देश के प्रथम गांव हमारी संस्कृति और धर्म क़े मार्गदर्शन करने वाले वेद पुराण की रचना वेद व्यास जी ने हमारे शुभ कार्य को सफल बनाने वाले गणेश भगवान ने
माणा गांव मे की है माणा गावं में पूर्व प्रधान पीतांबर मौलपा, पूर्व मुख्य कार्यधिकारी बीड़ी सिंह गांव की मातृशक्ति ने बच्चों ने परमाराध्य परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर अनन्तश्रीविभूषित जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ जी महाराज का हार्दिक स्वागत कियाज गद्गुरु शंकराचार्य स्वामिश्रीः का किया।
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* 16 जून गंगा दशाहरा पर्व पर गौचर से बदरीनाथ धाम पहुँचे शंकराचार्य जी महाराज*
पूज्यपाद परमाराध्य ज्योतिष्पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानंदः सरस्वती ‘१००८’ अपनी यात्रा *चमोली मंगलम्* के दूसरे दिन अभी प्रातः 7:30 बजे गौचर से बदरीनाथ धाम की ओर प्रस्थान किया जगह जगह महराज श्री का भव्य स्वागत किया गया । गंगा दशहरा की बधाई दी है