मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सिलक्यारा टनल आर पार हुई जानिए सभी समाचार

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सिलक्यारा टनल आर पार हुई जानिए  सभी  समाचार
मुख्यमंत्री की मौजूदगी में सिलक्यारा टनल आर पार हुई
2023 में सिलक्यारा सुरंग निर्माण के दौरान 41 श्रमिक 17 दिनों तक भीतर फंस गये थे
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सिलक्यारा सुरंग के ब्रेकथ्र कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। गौरतलब है कि वर्ष 2023 में सिलक्यारा सुरंग निर्माण के दौरान 41 श्रमिक 17 दिनों तक भीतर फंस गये थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में चलाए गए रेस्क्यू ऑपरेशन के अंतर्गत सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया था। सिलक्यारा सुरंग चारधाम यात्रा की दृष्टि से महत्वपूर्ण परियोजना है। लगभग 853 करोड़ लागत की डबल लेन की इस सुरंग परियोजना की लंबाई 4.531 किलोमीटर है। सुरंग निर्माण से गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के बीच की दूरी 26 किलोमीटर तक कम हो जाएगी, जिससे यात्रियों को बेहतर सुविधा और समय की बचत होगी। इस परियोजना के पूर्ण होने से क्षेत्र में व्यापार, पर्यटन और रोजगार की संभावनाओं में वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने सिलक्यारा टनल ब्रेकथ्रू के अवसर पर परियोजना से जुड़े सभी इंजीनियरों, तकनीकी विशेषज्ञों, श्रमिकों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह ऐतिहासिक अवसर न केवल उन्नत इंजीनियरिंग की सफलता का प्रतीक है, बल्कि आस्था और समर्पण की शक्ति का जीवंत उदाहरण भी है। उन्होंने कहा कि सिलक्यारा टनल अभियान दुनिया का सबसे जटिल और लंबा रेस्क्यू ऑपरेशन था। इससे जुड़े प्रत्येक व्यक्ति ने मानवता और टीम वर्क की एक अद्भुत मिसाल कायम की। यह घटना तकनीकी और मानवीय संकल्प की वास्तविक परीक्षा थी, सभी ने एकजुट होकर इस अभियान को सफल बनाया। उन्होंने समस्त रेस्क्यू टीम, रैट माइनर्स, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सहयोगी संस्थाओं का भी इस अभियान को सफल बनाने में आभार व्यक्त किया
मुख्यमंत्री ने कहा कि सिलक्यारा अभियान पर पूरी दुनिया की नजरें थी। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और भारत सरकार के पूर्ण सहयोग के चलते राज्य सरकार ने इस चुनौतीपूर्ण अभियान को सफलता पूर्वक संचालित किया। इस रेस्क्यू अभियान में देश और दुनिया में उपलब्ध आधुनिक संसाधनों और विशेषज्ञों का भी सहयोग लिया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग में फंसे मजदूरों ने जिस धैर्य का परिचय दिया, इससे हमारा हौसला बढ़ा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर बाबा बौखनाग मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में भी प्रतिभाग किया। बौखनाथ मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के लिए देहरादून स्थित अपने घर से मुख्यमंत्री भेंट और पूजा सामग्री लेकर सिलक्यारा पहुंचे। सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों के सकुशल रेस्क्यू के लिए मुख्यमंत्री ने स्वयं सिल्क्यारा अभियान के दौरान कैम्प कर रेस्क्यू अभियान की निरंतर निगरानी और निर्देशन किया था। रेस्क्यू अभियान की सफलता के लिए मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग से मन्नत मांगते हुए मंदिर निर्माण का संकल्प लिया था।
मुख्यमंत्री ने बाबा बौखनाग से प्रदेश की खुशहाली और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि जब सुरंग के मुख पर बाबा बौखनाग को विराजमान किया, तभी फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकाला जा सका। उस समय उन्होंने बाबा बौखनाग का भव्य मंदिर बनाने की घोषणा की थी। आज मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा होने से संकल्प भी पूरा हुआ है और श्रद्धालु भी बाबा बौखनाग का आशीर्वाद प्राप्त कर सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि टनल निर्माण के दौरान 12 नवम्बर को अचानक हुए भूस्खलन में 41 श्रमिक इस सुरंग में फँस गए थे। उस समय देशभर से लोग इन श्रमिकों की कुशलता के लिए ईश्वर से प्रार्थना कर रहे थे। उस अँधेरी सुरंग में, जहाँ उम्मीद की किरणें भी धूमिल हो रही थी, बाबा बौखनाग ने पहाड़ों के रक्षक के रूप में शक्ति और विश्वास का संचार किया।
मुख्यमंत्री घोषणा  1. सिलक्यारा टनल का नाम बाबा बौखनाग के नाम पर किये जाने की कार्यवाही की जायेगी। 2. प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गेंवला-ब्रह्मखाल को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बनाया जायेगा। 3. बौखनाग टिब्बा को पर्यटन केन्द्र के रूप में विकसित किया जायेगा। 4. स्यालना के निकट हेलीपैड का निर्माण किया जायेगा।
इस अवसर पर केन्द्रीय राज्य मंत्री अजय टमटा, विधायक सुरेश चौहान, दुर्गेश्वर लाल, संजय डोभाल, प्रबंध निदेशक राष्ट्रीय राजमार्ग डॉ. कृष्ण कुमार, जिलाधिकारी उत्तरकाशी डॉ. मेहरबान सिंह बिष्ट, एसपी श्रीमती सरिता डोभाल, जनप्रतिनिधिगण और अधिकारीगण उपस्थित थे।
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अज्ञात वाहन ने दंपति को रौंदा,दोनों की दर्दनाक मौत

रुद्रपुर। बुधवार की सुबह दिल्ली की बस पकड़ने के लिए जा रहे दंपती को रामपुर रोड पर अज्ञात वाहन ने  रौंद दिया। इस हादसे में दोनों की मौत हो गई। पुलिस ने दोनों के शव का पंचनामा भरकर पीएम के लिए भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार ग्राम हरमल थराली चमोली निवासी कलम सिंह दानू ( 67) अपनी पत्नी हीरा सिंह के साथ अपनी बेटी के घर प्रीत विहार थे। बुधवार की सुबह पांच बजे दंपती प्रीत विहार से दिल्ली जाने के लिए रोडवेज बस पकड़ने के लिए पैदल निकले थे। रामपुर रोड में यूआईआरडी के पास अज्ञात वाहन ने दोनों को टक्कर मार दी। हादसे में दोनों की मौत हो गई। मृतक कलम सिंह अल्मोड़ा में राजकीय इंटर कॉलेज से सेवानिवृत थे। वे अपनी पत्नी की कीमो कराने के लिए दिल्ली जा रहे थे और हादसे का शिकार हो गए। मृतक के छोटे भाई उम्मेद सिंह पुलिस में कुछ साल पहले ही इंस्पेक्टर पद से सेवानिवृत हुए हैं। पुलिस घटनास्थल और हाईवे पर लगे कैमरे खंगाल रही है। फिल्हाल पुलिस ने दोनो मृतक के शवों को पीएम की कार्यवाही के लिए भेजा है।आगे पढ़ें

खुलासाः पिता ने ही कि थी किशोर की गला घांटकर हत्या
उधम सिंह नगर। जिले के पंतनगर थाना क्षेत्र में बीते रोज मंगलवार को हुई 15 साल के किशोर की हत्या की गुत्थी पुलिस ने 24 घंटे अंदर सुलझा दी है। किशोर का हत्यारा उसका पिता ही निकला। उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है।
बुधवार को एसपी क्राइम निहारिका तोमर ने पूरे मामले का खुलासा करते हुए बताया कि . हत्यारोपी कोई और नहीं, बल्कि किशोर का पिता ही निकाला है। बीते रोज पंतनगर थाना क्षेत्र में सिडकुल के पास मैदान में 15 साल के बच्चे की लाश मिली थी। मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची थी और लाश को कब्जे में लेकर जांच में जुट गई थी।  मृतक की शिनाख्त अंकित के रूप में हुई थी। पुलिस भी मान कर चल रही थी कि बच्चे की गला घोटकर हत्या की गई है। इसके अलावा बच्चे के चेहरे पर भी चोट के निशान मिले थे। उसी एंगल से पुलिस ने अपनी जांच को भी आगे बढ़ाया।
पुलिस के अनुसार इस मामले में बच्चे की मां ने मुकदमा भी दर्ज कराया था। पुलिस की कई टीमें 15 साल के अंकित की हत्या की गुत्थी सुलझाने में लगी हुई थी। पुलिस ने सबसे पहले इलाके में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसके अवाला अन्य सबूत भी एकत्र कर उनकी भी गहराई से जांच की। सभी जांच के बाद पुलिस का शक अंकित के पिता पर गया।
पुलिस ने शक के आधार अंकित के पिता देवदत्त गंगवार को हिरासत में लिया और उससे पूछताछ शुरू की। पहले तो देवदत्त गंगवार पुलिस को गुमराह करता रहा और कहता रहा कि वह सुबह अपने बेटे अंकित को स्कूल छोड़कर ड्यूटी चला गया था।
देवदत्त गंगवार ने पुलिस को बताया कि साढ़े दस बजे अंकित के फुफेरे भाई पर अज्ञात नंबर से कॉल आया थी। कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया था कि अंकित का शव सिडकुल क्षेत्र में खाली मैदान में पड़ा है। इसके बाद ही वो भी घटना स्थल पर पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने जब सख्ती के साथ देवदत्त गंगवार से पूछताछ की तो उसने सारा सच उगल दिया। इसके बाद देवदत्त गंगवार ने पुलिस के सामने अपना जुर्म कबूल किया।
एसपी क्राइम निहारिका तोमर खुलासा करते हुए बताया कि देवदत्त गंगवार के घर में कई बार पैसों को लेकर झगड़ा होता है। अंकित कई बार घर से पैसे चुराता था। इस वजह से मारपीट भी होती थी। इसी वजह से घटना के दिन भी सुबह घर में मारपीट और झगड़ा हुआ था। तभी देवदत्त गंगवार ने अपने 15 साल के बेटे के हत्या करने की योजना बनाई। देवदत्त गंगवार स्कूल छोड़ने के बहाने अपने बेटे अंकित को घटनास्थल पर ले गया, जहां देवदत्त गंगवार ने 15 साल के बेटे की गला घोटकर हत्या कर दी।
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हाईकोर्ट में अवैध निर्माण मामले में गढ़वाल कमिश्नर मानी गलती, मांगा समय
नैनीताल। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने ऋषिकेश में हो रहे अवैध निर्माण को लेकर दायर याचिका पर सुनवाई की। मामले की सुनवाई मुख्य न्यायाधीश जी नरेंद्र और न्यायमूर्ति आलोक कुमार मेहरा की खंडपीठ ने की। वहीं कोर्ट के पूर्व के आदेश पर कमिश्नर गढ़वाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से पेश हुए। इस दौरान गढ़वाल कमिश्नर ने स्वीकार किया कि उनके द्वारा कुछ लोगों की कंपाउंडिंग गलत तरीके से हो गई है। उसे वे एक माह के भीतर दुरस्त कर देंगे।
इससे कोर्ट संस्तुस्ट हुई. लेकिन कोर्ट ने मसूरी देहरादून डेवलपमेंट अथॉरिटी (एमडीडीए) से कहा है कि बिना नक्शे पास हुए कंपाउंडिंग नहीं की जा सकती। उसके लिए अनुमति लेकर उस जगह का सर्वे किया जाना आवश्यक है। ऑफिस में बैठकर कर कंपाउंडिंग नहीं की जा सकती, जो की नियम विरुद्ध है। ऐसे ही मामलों को ठीक करने के लिए उन्हें एक माह का समय दिया है।
मामले के अनुसार ऋषिकेश निवासी पंकज अग्रवाल और अन्य ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर कर कहा है कि देहरादून के ऋषिकेश में स्वीकृत मानचित्र के विपरीत जाकर कुछ लोगों द्वारा अवैध निर्माण किए जा रहे हैं। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण ने इन अवैध निर्माणों सील किया था.। लेकिन कुछ समय बाद विकास प्राधिकरण के एई ने उक्त सीलिंग से प्रतिबंध हटाकर अवैध निर्माण को कंपाउंड करते हुए मानचित्र स्वीकृत कर दिया.याचिकाकर्ता का कहना है कि अवैध निर्माणों पर रोक लगाई जाए। ताकि पर्यावरण को बचाया जा सके, याचिका में आगे यह भी कहा गया है कि अवैध निर्माण का कार्य ऋषिकेश में ही नहीं, देहरादून और मसूरी में भी चल रहा है।
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2915 नशीले इंजेक्शन सहित एक गिरफ्तार
50 हजार की नगदी व कार बरामद
हरिद्वार। धर्मनगरी में नशीले इंजेक्शनों की तस्करी करने वाले एक शातिर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसके पास से 2915 नशीले इंजेक्शन, 50 हजार की नगदी व तस्करी में प्रयुक्त कार बरामद की गयी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि बीते रोज सी.आई.यू. प्रभारी को मिली सूचना पर सीआईयू रूडकी व रुड़की कोतवाली की संयुक्त टीम द्वारा क्षेत्र में  अभियान चलाकर संदिग्धों की तलाशी ली गयी। इस दौरान डमडम चौक पर एक संदिग्ध कार आती हुई दिखायी दी। संयुक्त टीम द्वारा जब कार को रोकने का प्रयास किया गया तो कार चालक कार छोड़कर भागने लगा। इस पर उसे घेर कर रोका गया। कार की तलाशी के दौरान उसमें रखे 2915 नशीले इंजेक्शन व 50 हजार की नगदी बरामद हुई। पूछताछ में उसने अपना नाम सुलेमान पुत्र दिलशाद निवासी ग्राम बुढ्ढाहेडी थाना पथरी जनपद हरिद्वार बताया। पुलिस के अनुसार आरोपी तस्कर व्हाट्सएप के माध्यम से बातचीत कर उ.प्र. से नशा तस्करो से सस्ते दामों में इंजेक्शन खरीदकर उन्हे रूडकी /हरिद्वार क्षेत्र में मंहगें दामो पर बेचकर मोटा मुनाफा कमाता था। पुलिस ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसे न्यायालय में पेश किया जहंा से उसे जेल भेज दिया गया है।
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मुख्यमंत्री ने 23 बोलेरो कैम्पर वाहनों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना कि या
देहरादून। वन एवं वन्य जीव सुरक्षा के लिए वन विभाग द्वारा कैंपा योजना से खरीदे गए 23 बोलेरो कैम्पर वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
बुधवार को यहां मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय में वन एवं वन्य जीव सुरक्षा के लिए वन विभाग द्वारा कैंपा योजना से खरीदे गए 23 बोलेरो कैम्पर वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वाहनों से संवेदनशील वन क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाकर वन अपराधों पर नियंत्रण को अधिक मजबूत करने में मदद मिलेगी। वनाग्नि प्रबंधन और मानव वन्यजीव संघर्ष की घटनाओं पर समय रहते नियंत्रण एवं तेजी से रेस्क्यू कार्य के लिएभी इन वाहनों का उपयोग किया जाएगा। वृक्षारोपण अभियानों की निगरानी के साथ ही भूकृस्खलन, बाढ़ या अन्य प्राकृतिक आपदाओं की स्थिति में वन एवं निकटवर्ती क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों के त्वरित व प्रभावी संचालन में भी ये वाहन काफी उपयोगी सिद्ध होंगे। वन मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि पिछले तीन सालों में लगातार कैंपा योजना के बजट में वृद्धि हुई है। वर्ष 2023-24 में रुपए 237 करोड़, 2024-25 में रु. 302 करोड़ की धनराशि का व्यय हुआ है। वर्ष 2025-26 में कैम्पा के तहत प्रस्तावित रुपए 439.50 करोड़ की लागत की वार्षिक योजना स्वीकृति के लिए भारत सरकार को भेजी गई है। इस अवसर पर प्रमुख सचिव आर. के सुधांशु, प्रमुख वन संरक्षक डॉ धनंजय मोहन सहित वन विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
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डीजे बंद कराने को लेकर बवाल,एक पुलिस कर्मी का सिरफोड़ा,दुसरे की वर्दी फाड़ी

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देहरादून। प्रदेश की राजधानी देहरादून में देर रात  डीजे बंद कराने पहुंचे दो पुलिसकर्मियों के साथ लोगों ने मारपीट की। इस दौरान एक कांस्टेबल की तो वर्दी भी फाड़ दी और दूसरे पुलिसकर्मी के सिर पर किसी चीज के वार किया गया, जिससे वो घायल हो गया। कांस्टेबल की शिकायत पर पुलिस ने हर्रावाला पुलिस स्टेशन में महिला-पुरुष समेत सात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
मिली जानकारी के अनुसार  देर रात को हर्रावाला इलाके में एक मंदिर में जागरण हो रहा था। इस दौरान काफी तेज आवाज में डीजे बजाया जा रहा था, जिसकी शिकायत किसी व्यक्ति ने 112 नंबर पर की थी। ये शिकायत कांस्टेबल आशीष राठी ने दर्ज की थी।
जिस व्यक्ति ने पुलिस से शिकायत की थी, उसने पुलिस को बताया था कि उनकी पांच दिन की बेटी है, जो डीजे की तेज आवाज से काफी परेशान हो रही है. शिकायत पर पुलिस स्टेशन हर्रावाला में तैनात आशीष राठी अपने साथी कांस्टेबल मंजीत सिंह के साथ जागरण में डीजे की आवाज कम कराने के लिए पहुंचे।
बताया जा रहा है कि पुलिस ने डीजे मालिक विपुल से आवाज से कम करने को कहा और उसने कर भी दी। इसके बाद पुलिस वहां से चली गई। आरोप है कि पुलिस के जाने के बाद डीजे की आवाज फिर से बढ़ाई गई. पड़ोसी ने फिर से 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस से शिकायत की।
दूसरी शिकायत मिलने पर कांस्टेबल आशीष राठी और मंजीत सिंह मौके पर पहुंचे और फिर से डीजे की आवाज कम करने को कहा। आरोप है कि पुलिस ने डीजे का संचालन कर रहे गोलू, सागर और निक्कू को आवाज कम करने को कहा। लेकिन वो लोग आवाज कम करने के बचाए पुलिस से बहस करने लगे।
आरोप है कि गोलू, सागर और निक्कू के अलावा जागरण समिति के अनिल, सौरव, अंकित पासवान, विनय पासवान सहित अन्य पुरुष और महिलाओं ने पहले तो पुलिस के साथ बहस भी और फिर दोनों के साथ गाली गलौज भी करने लगे। आरोप है कि सभी लोगों ने पुलिस को जान से मारने की धमकी भी दी।
पुलिस स्टेशन हर्रावाला प्रभारी साहिल वशिष्ठ ने बताया कि आरोपियों ने एक कांस्टेबल की वर्दी भी फाड़ी है। इसके अलावा दोनों पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट भी की गई है। साथ ही कांस्टेबल आशीष राठी के सिर में किसी अज्ञात वस्तु से वार भी किया गया है। जिस कारण कांस्टेबल के सिर से खून बहने लगा। कांस्टेबल आशीष राठी की तहरीर के आधार पर आरोपी गोलू, सागर, निक्कू, सौरव, अंकित और विनय पासवान सहित अन्य अज्ञात पुरुषों और महिलाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

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नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेसियों ने किया ईडी कार्यालय पर प्रदर्शन
देहरादून। बुधवार को नेशनल हेराल्ड मामले में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी पर ईडी की चार्जशीट के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी दफ्तर के बाहर विरोध प्रदर्शन करके अपना आक्रोश व्यक्त किया। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और पुलिस लाइन भेज दिया।
अपने कार्यक्रानुसार कांग्रेसी कॉन्वेंट स्कूल तिराहे पर एकत्रित हुए, उसके बाद पैदल मार्च निकलते हुए क्रॉस रोड स्थित ईडी कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन करने पहुंचे। जहां पुलिस ने कांग्रेसियों को कार्यालय से पहले बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया। इससे नाराज कांग्रेसी बेरिकेडिंग के ऊपर चढ़ गए और केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे. कुछ कांग्रेस कार्यकर्ता बैरियर लांघकर प्रवर्तन निदेशालय के गेट पर चढ़ गए और केंद्र सरकार के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया और पुलिस लाइन भेज दिया। कांग्रेस जनों का नेतृत्व कर रहे नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने आरोप लगाए कि केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं का दुरुपयोग कर रही है। उन्होंने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार सारी सीमाएं लांघकर कांग्रेस को निशाने में ले रही है। इस मौके पर कांग्रेस के संगठन मंत्री राजकुमार जयसवाल ने कहा कि  उन्होंने कहा सोनिया गांधी और राहुल गांधी पर बेबुनियाद आरोप लगाकर ईडी उन्हें तलब कर रही है, ताकि जनता का ध्यान बांटा जा सके। उन्होंने कहा कि  कांग्रेस इसे किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करने वाली है। इसलिए आज केंद्र सरकार के रवैये के खिलाफ कांग्रेसियों को सड़कों पर उतरने के लिए बाध्य होना पड़ा है। जयसवाल ने कहा कि कांग्रेस का हर कार्यकर्ता सोनिया और राहुल गांधी की लड़ाई को लड़ने के लिए तैयार है और हम लोकतांत्रिक और प्रजातांत्रिक तरीके से अपनी आवाज को उठा रहे हैं। इस मौके पर कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौली, महानगर अध्यक्ष जस्वीन्दर सिंह गोगी,वरिष्ठ कांग्रेस नेता लाल चंद शर्मा,एसएसी विभाग के प्रदेश अघ्यक्ष मदन लाल,वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पंकज क्षेत्री,कांग्रेस महानगर सचिव बंदना राही आदि मौजूद थे।

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अपनी सास को कमरे में बंद कर  प्रेमी संग फरार हुई नवविवाहिता
हरिद्वार। शादी के 15 दिनों में ही एक नवविवाहिता अपनी सास को कमरे में बंद कर प्रेमी संग फरार हो गयी। सास पड़ोसियों की मदद से बाहर निकली और अपने बेटे और पुलिस को मामले की जानकारी दी। वहीं पुलिस व मायके वालों के ढूंढने के बाद नवविवाहिता खुद प्रेमी संग पुलिस स्टेशन पहुंच गई और मायके वालों पर जबरन शादी कराने का आरोप लगाते हुए प्रेमी संग रहने की जिद पर अड़ गई। पुलिस और स्वजन उसे समझाने में जुटे हुए है।
जानकारी के अनुसार लक्सर क्षेत्र की एक युवती की शादी बीते 31 मार्च को पथरी क्षेत्र के एक गांव में हुई थी। बताया जा रहा है कि युवती का अपने ही गांव के एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दोनों शादी करना चाहते थे, लेकिन युवती के परिजनों ने उसकी शादी पथरी क्षेत्र के एक युवक से करा दी। बताते हैं कि नवविवाहिता अपनी सास के साथ घर में अकेली थी। उसका प्रेमी अपने एक साथी को लेकर बाइक पर प्रेमिका की ससुराल पहुंच गया।
आरोप है कि नवविवाहिता ने अपनी सास को कमरे में बंद कर दिया और प्रेमी के साथ फरार हो गई। काफी देर बाद पड़ोसियों की मदद से सास बाहर निकली और अपने बेटे को सूचना दी। जानकारी मिलने पर मायके वाले भी उसकी तलाश में जुट गए। नवविवाहिता अपने प्रेमी के साथ फेरुपुर पुलिस स्टेशन पहुंच गई। नवविवाहिता ने आरोप लगाया कि मायके वालों ने जबरन उसकी शादी की है। जबकि वह प्रेमी के साथ शादी कर अपना घर बसाना चाहती है। मायके वाले उसे समझाने में जुटे रहे। पुलिस ने भी सोच विचार कर कदम उठाने के लिए समझाया। लेकिन नवविवाहिता टस से मस होने को तैयार नहीं है। फिलहाल विवाहिता फेरूपुर पुलिस स्टेशन में है। पुलिस का कहना है कि लड़की विवाहिता है। इस कारण विवाहिता को उसके सास-ससुर के सुपर्द किया जाएगा।
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भारी पत्थर से कुचलकर सरकारी कर्मचारी की हत्या चंद्रभागा नदी में मिली लाश
ऋषिकेश। ढालवाला क्षेत्र में चंद्रभागा नदी में सरकारी कर्मचारी का शव मिलने से सनसनी फैल गयी।. बताया जा रहा है कि सरकारी कर्मचारी को किसी भारी पत्थर से बुरी तरह कुचला गया है। मृतक का शिनाख्त 51 साल के कमलेश्वर भट्ट निवासी ढालवाला के रूप में हुई है। कमलेश्वर भट्ट टिहरी जिले की नरेंद्र नगर तहसील में अमीन के पद पर तैनात थे। पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार अमीन कमलेश्वर भट्ट बीते रोज घनसाली से शादी समारोह में शामिल होकर वापस घर लौटे थे। मंगलवार शाम कमलेश्वर भट्ट घर से पैदल टहलने के लिए निकले और फिर वापस घर नहीं लौटे।  बुधवार को स्थानीय लोगों ने कमलेश्वर भट्ट का शव खून से लथपथ अवस्था में ढालवाला की चंद्रभागा नदी में पड़ा देखा। मौके पर मौजूद लोगों ने तत्काल मामले की जानकारी पुलिस को दी। सूचना मिलते ही ढालवाला पुलिस स्टेशन से पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन मामला कोतवाली ऋषिकेश पुलिस का था। इसीलिए ऋषिकेश कोतवाली पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की।
पुलिस ने मौके पर फॉरेंसिक की टीम को बुलाया और घटना स्थल से कई नमूने जांच के लिए उठाए। साथ ही शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए ऋषिकेश एम्स भेजा। बताया जा रहा है कि पुलिस को मौके से कमलेश्वर भट्ट का मोबाइल भी मिला है। इसके अलावा वारदात स्थल पर कमलेश्वर भट्ट की चप्पल के अलावा अन्य व्यक्ति की भी चप्पल भी मिली है।
इस मामले में ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी प्रदीप राणा ने बताया कि पुलिस ने जांच और अग्रिम कार्रवाई शुरू कर दी है। जल्दी ही मामले का खुलासा किया जाएगा।
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10 वषीय अबोध बालिका के साथ तीन नाबालिगों ने किया दुष्कर्म
खटीमा। कोतवाली क्षेत्र में तीन नाबालिगों ने 10 वर्षीय अबोध वालिका को बहला फुसला कर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया।. बालिका की मां के संज्ञान में यह मामला आने के बाद काफी हंगामा हुआ। यह घटना 13 अप्रैल की बताई जा रही है। खटीमा कोतवाली पुलिस ने पीड़ित बालिका की मां की तहरीर पर तीन नाबालिग किशोरों के विरुद्ध पॉक्सो समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
पूरे मामले के अनुसार खटीमा विकास खंड के एक गांव की महिला ने पुलिस को सौंपी तहरीर में कहा कि 13 अप्रैल की उसकी दस वर्षीय पुत्री गांव के नजदीक जंगल में जानवर चुगाने की गई थी। गांव के तीन नाबालिग किशोर भी अपने जानवरों को चुगाने जंगल गए थे। इसी दौरान देर शाम तीनों किशोर उसकी दस वर्षीय पुत्री को बहला फुसला कर तलैया झील के पास ले गए। जहां तीनों किशोरों ने झाड़ी में ले जाकर बारी-बारी से सामूहिक शारीरिक संबंध बनाए।
पड़िता की मां के अनुसार जब उसकी पुत्री घर आई तो उसने उक्त घटना के बारे में बताया। जिसके बाद वह घटना के संबंध में आरोपियों के परिजनों को बताने गई तो एक आरोपी के पिता और दादा ने उसके और उसके पति के साथ मारपीट की। पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ धारा 170(2), 115 बीएनएस व पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कर लिया है। खटीमा कोतवाल मनोहर सिंह दसौनी ने बताया कि एक 10 वर्षीय बालिका के साथ दुष्कर्म करने की घटना सामने आयी है। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पीड़ित बालिका और आरोपियों के नाबालिग होने के चलते खटीमा पुलिस उक्त मामले की गहनता के साथ जांच कर रही है।

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रील बनाने के चक्कर में भागीरथी में बही महिला,तलाश जारी
उत्तरकाशी। मणिकर्णिका में रील बनाने के चक्कर में भागीरथी नदी में बही महिला का अब तक कोई सुराग नही लगा है। एसआरएफ की टीम लापता महिला को तलाश कर रही है। बताया जा रहा है कि  हादसे के समय महिला की मासूम बच्ची भी थी। जो महिला को डूबते देख मम्मी-मम्मी… चिल्लाती रह गयी। जानकारी के अनुसार एक महिला मणिकर्णिका घाट पर नहाते समय अपना विडियो बनाने के लिए अपनी बेटी को अपना मोबाईल दिया था। बच्ची वीडियो बना ही रही थी कि इस बीच अचानक यह हादसा हो गया। अपनी आंखों के सामने मां को बहता देख बच्ची चीखने-चिल्लाने लगी। महिला नेपाली मूल की बताई जा रही है। जिसका नाम विशेषता उम्र 35 बताई जा रही है।  हादसे के बाद से सूचना पर पुलिस, एसडीआरएफ व क्यूआरटी ने नदी व जोशियाड़ा बैराज की झील में बोट उतार कर सर्च अभियान चला रही है, लेकिन महिला का कुछ पता नहीं चल पाया।

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