नैनीताल। नैनीताल में विजिलेंस ने मुख्य कोषाधिकारी और उनके कार्यालय में कार्यरत अकाउंटेंट को 1.20 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि दोनों को नैनीताल स्थित मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय से उस समय पकड़ा गया, जब वह शिकायतकर्ता से रिश्वत की रकम ले रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार न्यायालय नैनीताल में कार्यरत शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान में यह शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी और उसके पांच अन्य साथियों की एसीपी लगनी थी। इसके लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन किया गया था, जिसमें दो सदस्यों ने पहले ही दस्तावेजों पर हस्ताक्षर कर दिए थे, परंतु तीसरे सदस्य मुख्य कोषाधिकारी दिनेश कुमार राणा जानबूझकर हस्ताक्षर नहीं कर रहे थे। शिकायतकर्ता को बताया गया कि जब तक प्रति व्यक्ति 50,000 रुपये की रिश्वत नहीं दी जाती, तब तक दस्तावेजों पर हस्ताक्षर नहीं होंगे। इसके बाद मुख्य कोषाधिकारी के निर्देश पर अकाउंटेंट बसंत कुमार जोशी ने शिकायतकर्ता से संपर्क कर उसे कार्यालय बुलाया और सौदे को अंतिम रूप दिया गया। तय हुआ कि छह लोगों की ओर से कुल 3 लाख रुपये की मांग की जा रही है, जिसमें शिकायतकर्ता से 1.20 लाख रुपये की रिश्वत ली जानी थी। शिकायत की पुष्टि होते ही पुलिस उपाधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान, सेक्टर हल्द्वानी के निर्देशन में एक ट्रैप टीम गठित की गई और निरीक्षक के नेतृत्व में शुक्रवार को कार्रवाई की गई। सतर्कता अधिष्ठान की टीम ने जाल बिछाते हुए दोनों आरोपियों को रिश्वत की रकम लेते समय रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। आरोपी दिनेश कुमार राणा, निवासी सैनिक स्कूल के पीछे नैनीताल और बसंत कुमार जोशी, निवासी गैस गोदाम रोड हल्द्वानी, के विरुद्ध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत केस दर्ज कर अग्रिम जांच शुरू कर दी गई है। इस साहसी कार्रवाई के लिए सतर्कता अधिष्ठान के निदेशक डॉ. वी. मुरूगेशन ने ट्रैप टीम को नगद पुरस्कार देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने आमजन से अपील की है कि भ्रष्टाचार के विरुद्ध आवाज उठाने में सतर्कता अधिष्ठान का साथ दें।
आगे पढ़ेंडॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों की छुट्टियां कैंसिल, राशन-पानी की सप्लाई को लेकर भी निर्देश

देहरादून। भारत द्वारा आतंकवाद के विरुद्ध की जा रही सख़्त कार्रवाई के दृष्टिगत सचिवालय में उच्चस्तरीय बैठक कर सम्बंधित अधिकारियों को प्रत्येक परिस्थिति के लिए पूरी तरह से तैयार रहने एवं सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने के साथ ही वहां तैनात प्रशासनिक इकाइयों को चौकस रखने के निर्देश दिए।
प्रदेश के सभी अस्पतालों में पर्याप्त मात्रा में जीवन रक्षक दवाइयाँ, सर्जिकल उपकरण और अन्य आवश्यक चिकित्सा संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को राज्य में आवश्यक खाद्य सामग्री, राशन और पीने के पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए निर्देशित किया है। वहीं राहत और बचाव दलों को भी तैयार रखा गया है ताकि आवश्यकता पड़ने पर त्वरित कार्रवाई की जा सके।
बैठक के दौरान अफवाहों से बचने और जनता को सही समय पर जानकारी देने के लिए सूचना विभाग को सक्रिय भूमिका निभाने के निर्देश दिए। हमारी सरकार के लिए १q
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सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए उत्तराखण्ड कांग्रेस ने निकाली तिरंगा यात्रा
देहरादून। शुक्रवार को सेना का मनोबल बढ़ाने के लिए उत्तराखण्उ कांग्रेस ने तिरंगा मार्च निकाला। कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा के नेतृत्व में सैकड़ो कांग्रेस जनों ने घंटाघर,पल्टन बाजार ,डिस्पेंसरी रोड से होते हुए तिरंगा यात्रा निकाली।
पहलगाम में आंतकवादी हमले के विरोध में भारतीय सशस्त्र सेना की ओर से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद करके साहसिक और निर्णायक कार्रवाई की। उसके बाद से पाकिस्तान में फिर से भारत के खिलाफ नापाक मंसूबों को अंजाम देने की कोशिश की, लेकिन, भारतीय सेना पाकिस्तान को लगातार करारा जवाब दे रही है। भारतीय सेना के पराक्रम और अदम्य साहस का परिचय दिए जाने व उनका मनोबल बढ़ाने के उद्देश्य से कांग्रेस ने यह तिरंगा यात्रा निकाली है।
इस दौरान कांग्रेस जनों ने भारत माता की जय और पाकिस्तान विरोधी नारे लगाकर अपना आक्रोश प्रकट किया। कांग्रेस की तिरंगा यात्रा में में प्रीतम सिंह, गरिमा दसौनी, करन माहरा,प्रदेश संगठन मंत्री राजकुमार जयसवाल के साथ कई नेता मौजूद थे। कांग्रेस प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा ने कहा भारतीय सशस्त्र सेना की कार्रवाई से देशवासियों के बीच उत्साह का माहौल है. उन्होंने कहा कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी ने यह ऐलान पहले ही कर दिया था कि आतंकवाद के खिलाफ हम सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं।ं
इंडियन आर्मी जिस तरह अपनी जान जोखिम में डालकर भारत का बदला ले रही है, उसके लिए सेना के पराक्रम और साहस को सलाम है। सेना के साथ अपनी एकजुटता प्रदशित करने के लिए सभी कांग्रेस जन हाथों में भारत का झंडा लहराते हुए लोगों के बीच जा रहे हैं। जिससे लोगों के बीच अवेयरनेस फैले, सेना के साथ सम्मान का भाव सबके मन में आए।
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निवेश के नाम पर 25 लाख ठगी
देहरादून। निवेश के नाम पर 25 लाख रूपये की धोखाधडी के मामले में दम्पत्ति के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पैसेफिक गोल्फ स्टेट निवासी रोहित अग्रवाल ने राजपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि वह एक व्यवसायी है तथा पैसिफिक गोल्फ एस्टेट, सहस्त्रधारा रोड, में निवास करता है। एक ही सोसाइटी में रहने के कारण उसकी अनंदिता भारद्वाज व विव्रफांत भारद्वाज से जान पहचान हो गयी थी। उनके द्वारा अपनी चिकनीचुपड़ी बातों में फंसा कर उसको उनके लिकर स्टोर जिसका नाम गोल्फर्स लिकर एस्टेट है में पैसा निवेश करने के लिए मना लिया और उसने अपने फ्लैट पर विक्रांत को दो लाख रुपये दिए। इसी बीच उसके एक परिचित सूचित त्यागी ने उसको बताया की उसने भी गोल्फर्स लिकर एस्टेट में पैसा निवेश किया हुआ था जो कि उक्त दम्पति द्वारा गबन कर लिया गया था और उसका उनके साथ विवाद चल रहा है। जब उसने यह बात विक्रांत से पूछी तो उसने उसको अपने दूसरे स्टोर लिकर ब्रोस में साझेदार बनाने की बात की जिसपर वह राजी हो गया। उसको इस बात की भनक भी नहीं थी की दम्पत्ति उसके साथ साझेदारी की आड़ में धोखादड़ी का षडयंत्र रच रहे थे। उसने लिकर ब्रोस के खाते में 5कृ 5 लाख के दो भुगतान किये। इसके पश्चात 21. मई 2024 को 5 लाख रुपये अपने खाते से लिकर ब्रोस के खाते में ट्रांसफर किये। इसके पश्चात उसके और आरोपियों के बीच पार्टनरशिप डीड निष्पादित हुई। पार्टनरशिप डीड की क्लॉज में यह स्पष्ट किया गया था कि फर्म लिकर ब्रोस का खाता किसी बैंक में खोला जायेगा परन्तु अनंदिता द्वारा काफी समय बीत जाने के बाद भी किसी बैंक में खाता नहीं खुलवाया तथा अपनी सोल प्रोप्रइटरशिप के नाम पर ही खाता चलाती रही। पार्टनरशिप डीड के निष्पादन के पश्चात उसके द्वारा 3 लाख रूपए लिकर ब्रोस के खाते में ट्रांसफर किये। उसके बहुत कहने के पश्चात फर्म का एक अकाउंट खुलवाया गया जिसको अनंदिता व्यक्तिगत रूप से चलाती थी परन्तु वह ये जानकार स्तब्ध रह गया कि दम्पत्ति अपने निजी खर्चे फर्म के खाते से कर रहे थे तथा उसके द्वारा निवेश किये गए पैसों को किसी न किसी बहाने से कैश में निकाल रहे थे। इस प्रकार उक्त दम्पत्ति ने निवेश के नाम पर उससे 25 लाख रूपये की धोखाधडी की है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी।
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उत्तराखंड हाई अलर्टः महत्वपूर्ण संस्थानों की सुरक्षा बढ़ाई
चारधाम यात्रा पर भी सघन सुरक्षा पहरा
देहरादून। भारतीय सेना द्वारा पहलगाम के आतंकी हमले के बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तानी सरजमीं पर आतंकी ठिकानों पर किए गए मिसाइल हमलो के बाद बीती रात पाकिस्तान की ओर से सीमावर्ती क्षेत्र में 15 स्थानों पर ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत पाक के बीच टकराव अब और अधिक बढ़ गया है। जिसके मद्देनजर उत्तराखंड में भी हाईअलर्ट है क्योंकि राज्य की चीन और नेपाल के साथ सीमाएं जुड़ी हुई है।
अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं से जुड़े राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ केंद्रीय सुरक्षा मंत्रालय की बैठक के बाद इन सभी राज्यों को अलर्ट रहने को कहा गया है। साथ ही राज्य की आंतरिक सुरक्षा के लिए अतिरिक्त सुरक्षा बल मुहिया कराने की बात कही गई है। इसके बाद राज्य सरकार द्वारा राज्य में एक तरफ जांच अभियान और अधिक तेज कर दिया गया है तो वहीं दूसरी ओर राज्य के सभी प्रमुख संस्थानों की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है। उल्लेखनीय है कि राज्य में आईएमए से लेकर डील और ओएनजीसी से लेकर आईएएस अकादमी मंसूरी और टिहरी बांध से लेकर सर्वे आफ इंडिया तथा एफआरआई जैसे तमाम ऐसी संस्थाएं और स्थान है जो सुरक्षा के मद्देनजर अहम है।
उत्तराखंड की 300 किलोमीटर लंबी अंतर्राष्ट्रीय सीमा को लेकर यह चुनौती और भी गंभीर हो जाती है। फिलहाल स्थानीय पुलिस और प्रशासन द्वारा जहां सीमाओं में कड़ी निगरानी और चौकसी बरतने के साथ सघन जांच अभियान चलाया जा रहा है वहीं अस्पतालों को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। फिलहाल राज्य में 6000 से अधिक सुरक्षा कर्मी इस काम में लगे हैं तथा 1500 सीसीटीवी कैमरे तथा 15 कंपनी पैरामिलिट्री फोर्स को लगाया गया है। इस काम में ड्रोन का सहारा भी लिया जा रहा है। राज्य में चल रही चार धाम यात्रा को लेकर भी सरकार द्वारा विशेष दिशा निर्देश दिए गए हैं। स्वास्थ्य कर्मियों की छुटिृयां रद्द कर दी गई है।
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पेयजल शिकायतों का त्वरित गति के साथ निस्तारण जारी रखें: डीएम
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बसंल ने कहा कि पेयजल शिकायतों का त्वरित गति के साथ निस्तांरण जारी रखें।
आज यहां जिलाधिकारी सविन बंसल ने पेयजल समस्याओं के त्वरित समाधान को लेकर जिले स्तर पर समिति गठन के साथ सक्रियता से कंट्रोल रूम संचालित है, जो नियमित रूप से पेयजल शिकायतों की निरीक्षा और उनका त्वरित समाधान कर रही है। जिलाधिकारी के निर्देशों पर पानी की समस्या, लीकेज, गंदा पानी आने की शिकायतों पर प्रभावी समन्वय एवं समाधान के लिए जल संस्थान और पेयजल निगम के एक-एक सक्षम अधिकारी की भी कट्रोल रूम में तैनाती की गई है, ताकि किसी भी क्षेत्र से पेयजल से जुड़ी शिकायत मिलने पर जल्द से जल्द उसका समाधान किया जा सके। पेयजल समस्या को लेकर कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर, समाचार पत्र एवं अन्य माध्यमों से अब तक 36 शिकायतें प्राप्त हुई, जिनमें से 34 शिकायतों का जिला प्रशासन की टीम द्वारा निस्तारण किया जा चुका है। जिले में प्रथम बार जिला प्रशासन के फरमान पर पेयजल सप्लाई संबंधी 07 विभागों के अधिकारी 20 मई से जिला कंट्रोल रूम में तैनात है, जो पेयजल आपूर्ति संबंधी हर समस्या का डे-टू-डे त्वरित समाधान करने में जुटे है। फोन, व्हाट्सएप, मीडिया रिपोर्ट पर आपदा प्रभारी एडीएम और एसडीएम कुमकुम जोशी संबंधित विभागों के जेई एंड एई से डेली मॉर्निंग इवनिंग ब्रीफिंग कर रहे है। जिला प्रशासन के निर्देश पर पाइप से नहीं तो टैंकर से, टैंकर से नहीं तो खच्चर से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि पेयजल शिकायतों का त्वरित गति के साथ निस्तारण जारी रखें और ग्रीष्म काल में हर घर तक न्यून अवधि में निर्बाध, शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिलाधिकारी के निर्देशों पर पेयजल संकट वाले क्षेत्रों में पेयजल आपूर्ति की नियमित निगरानी भी की जा रही है। सभी ट्यूबवेल व नलकूपों पर निर्बाध विघुत आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। जल संस्थान एवं जल निगम के सभी डिविजनों में समस्याओं के निस्तारण के लिए टोल फ्री नंबर भी प्रचारित किए गए है। इसके अलावा कंट्रोल रूम के टोल फ्री नंबर 0135-2726066 व 1077 पर भी शिकायत दर्ज की जा सकती है। जिलाधिकारी ने कहा कि प्रशासन की टीम पेयजल आपूर्ति से जुड़ी शिकायतों के त्वरित समाधान और जलापूर्ति व्यवस्था में सुधार के लिए काम कर रही है और जो भी शिकायतें मिल रही है उनका यथाशीघ्र समाधान कराया जा रहा है।
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घोड़ेःखच्चर की बीमारी ने बढ़ाई यात्रियों की परेशानी
धामों में खाघान्न सप्लाई भी प्रभावित
देहरादून। चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सुगम बनाने के तमाम दावों के बीच यात्रियों को प्रारंभिक दौर में ही कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। धामों में उमड़ती भीड़ को टोकन सिस्टम से दर्शन कराने की जो व्यवस्था की गई थी वह यात्रियों की परेशानी का कारण बन रही है। वहीं घोड़े खच्चरों के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद भी उनमें एक्वाइन इनफ्यूऐंजा (कोरोना) कोरोना जैसी बीमारी के कारण भी यात्रियों को परेशानी हो रही है क्योंकि बीमार घोड़े खच्चरों को क्वॉरेंटाइन कर दिया जाता है।
जो यात्री यमुनोत्री तथा गंगोत्री और केदार धाम की कठिन पैदल चढ़ाई नहीं चढ़ कर सकते हैं उन्हें धामों तक पहुंचाने और धामों में रसद की आपूर्ति का काम भी इन घोड़े खच्चरों पर ही निर्भर होता है। सरकार द्वारा इसके लिए 43 सौ घोड़ा खच्चर संचालकोे तथा 8 हजार घोड़े खच्चरों का रजिस्ट्रेशन किया गया था इन घोड़े खच्चरों का बाकायदा स्वास्थ्य परीक्षण कर फिटनेस सर्टिफिकेट भी दिया गया था लेकिन यात्रा शुरू होने के दो-तीन दिन बाद ही एक दर्जन से अधिक घोड़े खच्चरों में एक्वाइन इन्फ्यूऐंजा नामक संक्रामक बीमारी के मिलने के बाद इन्हें क्वॉरेंटाइन कर दिया गया लेकिन यह बीमारी अभी भी पीछा नहीं छोड़ रही है। सरकार भले ही इन्हे 15 दिन के लिए क्वॉरेंटाइन कर मुक्त इलाज दिया जा रहा है लेकिन लगातार बीमार होते घोड़े खच्चरों के कारण यात्रियों की समस्याए बढ़ती जा रही है।
बात अगर केदार धाम की करें तो सोनप्रयाग से 18 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई पैदल चलना हर किसी के बूते की बात नहीं है। केदार धाम के लिए 5000 तथा यमुनोत्री धाम के लिए 3000 घोड़े खच्चरों को पंजीकृत किया गया था किंतु अब इनकी संख्या लगातार कम होती जा रही है। जिससे यात्री परेशान है उधर केदारधाम में टोकन से दर्शन कराने की व्यवस्था भी बिगड़ चुकी है। टोकन लेने के बाद भी लोगों को घंटो लाइनों में खड़े रहना पड़ रहा है फिर भी दर्शन नहीं हो पा रहे हैं तथा उन्हें फिर अगले दिन लाइन में लगना पड़ रहा है। धामों में घोड़े खच्चरों के बीमार होने से खाघ सप्लाई भी प्रभावित हो रही है। जो हजारों यात्री धामों तक पहुंचने के लिए हर रोज घोड़े खच्चरों पर निर्भर रहते है वह इस व्यवस्था से परेशान है। बीमार घोड़े खच्चरों के ठीक होने में 15 से 20 दिन का समय लग जाता है।
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ऑपरेशन सिंदूर के बाद पिथौरागढ़ की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर कांबिंग शुरू
पिथौरागढ़ । आपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद चीन और नेपाल सीमा से लगे सीमांत पिथौरागढ़ जिले की अंतरराष्ट्रीय सीमाओं पर पुलिस व अर्द्धसैन्य बल अलर्ट मोड पर हैं। पुलिस और एसएसबी की गश्त और कांबिंग तेज हो गई है।
पुलिस अधीक्षक रेखा यादव के निर्देश पर सीओ गोविंद बल्लभ जोशी और कुंवर सिंह रावत के नेतृत्व में धारचूला, बलुवाकोट, जौलजीबी, अस्कोट और झूलाघाट थाना क्षेत्रों में काली नदी किनारे नियमित गश्त और कांबिंग हुई।
सीमा पर स्थित गांवों में रहने वालों को क्षेत्र में किसी तरह की संदिग्ध गतिविधियां करते लोग नजर आने पर पुलिस चौकी और एसएसबी पोस्टों पर तत्काल सूचना देने की अपील की जा रही है।सीओ गोविंद बल्लभ भट्ट ने नैनी सैनी एयरपोर्ट का भी निरीक्षण किया। एयरपोर्ट पर तैनात सुरक्षा कर्मियों को आने वाले सभी विमान यात्रियों की सघन चेंकिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही एयरपोर्ट की सुरक्षा सतर्कता एवं जिम्मेदारी के साथ करने को कहा।आपरेशन सिंदूर के बाद अल्मोड़ा पुलिस भी अब अलर्ट मोड पर आ गई है। सीओ अल्मोड़ा गोपाल दत्त जोशी गुरुवार को चितई गोल्ज्यू मंदिर और जागेश्वर धाम पहुंचे। यहां उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेने के बाद जागेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ बैठक की।
मंदिर परिसर में खराब सीसीटीवी जल्द बदलने के निर्देश दिए। उन्होंने मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था में लगी क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) को सतर्कता के साथ ड्यूटी करने व डोर फ्रेम मेटल डिटेक्टर (डीएफएमडी) व हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर (एचएचएमडी) से चेकिंग करने के निर्देश दिए।
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जनपद बागेश्वर में बनेगा बाघ बाड़ा ( रेस्क्यू सेंटर )
देहरादून। जनपद बागेश्वर के कांडा क्षेत्र के माणा- कभड़ा में बाघ द्वारा मासूम की जान लेने के बाद बागेश्वर निवासी प्रदेश सरकार में दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय ने शुक्रवार को प्रदेश के वन मंत्री सुबोध उनियाल से मिलकर जनपद बागेश्वर में उन सभी स्थानो पर पिंजरों की संख्या अनिवार्य रूप से बढाने का निवेदन किया। जिन ग्रामीण आबादी क्षेत्रों बाघ / तेन्दुओं की सक्रियता लगातार बनी हुई है।
बागेश्वर जनपद में बाघ / तेंदुआ बाड़ा (रेस्क्यू सेंटर) ना होने के कारण भी वन विभाग की बड़ी परेशानी है कि यदि कोई बाघ / तेंदुआ पकड़ लिया जाये तो उसको रखने के लिए जनपद में कोई बाघ / तेंदुआ बाड़ा (रेस्क्यू सेंटर) नहीं है और पकड़े गये बाघ को रखने के लिये अल्मोड़ा लेकर जाना होता है। इस कारण भी आबादी में घुस रहे पर्याप्त संख्या में बाघ / तेंदुए पकडे नहीं जाते और उनके हमलों से समय समय पर जनपद बागेश्वर के ग्रामीण क्षेत्रों में जनहानि की घटनायें होती आ रही हैं।
भूपेश उपाध्याय के निवेदन पर वन मंत्री ने तुरंत वन सचिव उत्तराखण्ड को दूरभाष पर आदेश दिया कि प्रदेश के सभी जनपदो में जहां अभी बाघ / तेंदुआ बाड़ा (रेस्क्यू सेंटर) नहीं है वहाँ बाघ / तेंदुआ बाड़ा (रेस्क्यू सेंटर) बनाने का प्रस्ताव बनाकर अविलंब बनवाये।
दर्जा राज्य मंत्री भूपेश उपाध्याय के निवेदन पर उत्तराखण्ड के वन मंत्री ने प्रभागीय वन अधिकारी बागेश्वर को दूरभाष पर आदेश दिया कि जनपद बागेश्वर में सभी आबादी क्षेत्रों में जनहानि रोकने के लिये आबादी की ओर विचरण करने वाले बाघ / तेंदुए को पकड़ने हेतु जालों की संख्या बढ़ाकर ग्रामीण जनता को सुरक्षा उपलब्ध करवाये।
जनहित में माननीय वन मंत्री उत्तराखण्ड सुबोध उनियाल जी द्वारा तुरंत संज्ञान लेकर त्वरित कार्यवाही करने के लिए भूपेश उपाध्याय ने वन मंत्री सुबोध उनियाल का आभार जताया।
खाई में गिरी कार,चार गंभीर

पुलिस के मिली जानकारी के अनुसार हादसे में दंपति और उनकी बेटी घायल हुई हैै। तीनों महाराष्ट्र के रहने वाले हैं, जो मसूरी घूमने आए थे। पुलिस के मुताबिक सभी कार से लाला डिब्बा घूम कर वापस मसूरी आ रहे थे, तभी बीच रास्ते में यह हादसा हो गया।
वहीं ड्राइवर ने पुलिस को जो बताया कि उसके हाथ पर अचानक से कोई कीड़ा बैठा, उसी कीड़े को हटाने के चक्कर के ड्राइवर का स्टेयरिंग पर अचानक से हाथ घूम गया, जिससे कार बेबाकू होकर खाई में गिर गई। बात दें कि जिस जगह पर यह हादसा हुआ है, वहां पर पैराफिट नहीं है। यदि वहां पैराफिट होते तो शायद कार खाई में गिरने से बच जाती है. और कार सवार लोगों को कम नुकसान पहुंचाता।
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फोटो डी 5
नाबालिग से छेड़छाड़ का आरोपी कलियुगी पिता गिरफ्तार

- चमोली। नाबालिग से छेड़छाड़ करने के आरोपी कलियुगी पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
जानकारी के अनुसार बीती 7 मई को नाबालिग की माता ने थाना गैरसैंण पर तहरीर देकर बताया गया कि मेरे पति व मेरी 14 वर्षीय नाबालिग पुत्री मौसी के घर रुद्रप्रयाग जाने के लिए नैनीताल से निकले थे, जहाँ मेरे पति द्वारा गैरसैंण होटल में रुककर मेरी नाबालिग पुत्री के साथ छेड़छाड़ की गयी है। मामले की गम्भीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरू कर दी गयी। आरोपी की तलाश में जुटी पुलिस टीम द्वारा कड़ी मशक्कत के बाद बीती शाम उसे पांडव खाल शिलांग तिराहा से गिरफ्तार किया गया। जिसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
आगे
खाई में गिरी कार,एक की दर्दनाक मौत,तीन गंभीर,पिथौरागढ घूमने जा रहे थे कार सवार - चंपावत। शुक्रवार की सुबह टनकपुर पिथौरागढ़ हाईवे पर सुखीढांग के समीप एक कार गहरी खाई में गिर गई। इस हादसे में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए टनकपुर उपजिला चिकित्सालय में लाया गया है।.पुलिस ने मृतक के शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। बताया जा रहा है कि कार सवार बरेली से पिथौरागढ़ घूमने जा रहे थे।
मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह लगभग पांच के टनकपुर से चंपावत जा रही कार सुखीढांग के समीप अनियंत्रित होकर गहरी खाई में गिर गई। इस सड़क हादसे में एक युवक की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर घायल हो गए। घायलों का टनकपुर उपजिला चिकित्सालय में इलाज चल रहा है। घटना की सूचना मिलते ही चल्थी पुलिस व एसडीआरएफ टीम मौके पर पहुंची और घायलों को रेस्क्यू कर हॉस्पिटल में भर्ती कराया। घटना में मनोज (27 उम्र ) पुत्र तेजपाल निवासी बरेली बसंत विहार की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि कार सवार सभी बरेली से पिथौरागढ़ घूमने जा रहे थे।
चल्थी पुलिस स्टेशन प्रभारी एसआई निर्मल लटवाल ने बताया कि सूचना मिलते ही रेस्क्यू अभियान चलाकर घायलों को खाई से बाहर निकाला गया और उप जिला चिकित्सालय टनकपुर भर्ती कराया गया। फिलहाल मृतक के परिजनों को घटना की सूचित दे दी गई है।आगे
फांसी लगाकर व्यक्ति ने मौत को लगाया गले
हल्द्वानी। लालकुआं कोतवाली क्षेत्र के बंगाली कॉलोनी में एक व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक दिनेश सिंह फर्त्याल ने बताया कि घोड़ानाला के पश्चिमी राजीव नगर बंगाली कॉलोनी में एक व्यक्ति की मौत की सूचना मिली थी। सूचना पाकर पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और घटनास्थल की पड़ताल की। उन्होंने बताया कि परिजन उसे हॉस्पिटल लेकर गए,जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई है। बताया जा रहा है कि व्यक्ति का शव फंदे से लटका मिला और वो आर्थिक तंगी से भी जूझ रहा था।