
हरिद्वार में बाबा साहब समरसता स्थल का होगा निर्माण
हरिद्वार । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लागू करने के लिए डॉ. बी.आर. अंबेडकर महामंच द्वारा हरिद्वार में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया गया। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 135वीं जयंती पर हरिद्वार में बी.एच.ई.एल मैदान में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें कि चिलचिलाती धूप में बङी संख्या में स्थानीय जनता की जोशपूर्ण मौजूदगी रही। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने सम्मान के लिए आभार जताते हुए कहा कि इतनी बङी संख्या में उमङी जनता से जाहिर है कि जनता ने इस साहसिक फैसले पर अपना भरोसा जता दिया है।
उन्होंने कहा कि यह सम्मान सिर्फ एक व्यक्ति को नहीं, बल्कि उस विचारधारा को था जिसने वर्षों से भारतीय समाज में न्याय और समानता की आवाज़ बुलंद की है।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री धामी ने बाबा साहेब को एक युगदृष्टा बताया। उन्होंने कहा कि डॉ. अंबेडकर इस बात में विश्वास रखते थे कि जब तक देश के प्रत्येक नागरिक को समान अधिकार प्राप्त नहीं होते, तब तक समाज में सच्ची समानता संभव नहीं है। यही सोच थी, जिसने उन्हें समान नागरिक संहिता जैसी क्रांतिकारी अवधारणा को संविधान में स्थान देने के लिए प्रेरित किया। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि उत्तराखंड सरकार ने सिर्फ एक कानून नहीं लागू किया, बल्कि सामाजिक न्याय और समानता की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि वर्षों तक बाबा साहेब की उपेक्षा की गई, उनके विचारों को हाशिए पर रखा गया, जबकि आज का भारत उनके सपनों को अपनाने की ओर अग्रसर है। यह नया भारत है कृ जो न सिर्फ अपनी विरासत को सम्मान देता है, बल्कि साहसिक निर्णय लेकर नए मानदंड भी स्थापित करता है। सीएम ने कहा कि हरिद्वार में उमड़ी यह भीड़ केवल उपस्थित लोगों का जमावड़ा नहीं हैकृ यह एक जनआवाज़ है, जो कह रही है कि मुख्यमंत्री धामी के फैसलों पर जनता का भरोसा है और अब यह गूंज उत्तराखंड से निकलकर पूरे देश में सुनाई दे रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और हमारी दृढ़ इच्छाशक्ति ने मिलकर यह ऐतिहासिक निर्णय संभव किया है। उत्तराखंड आज एक बार फिर देश को दिशा दिखा रहा है जहां समानता अब सिर्फ किताबों में नहीं, बल्कि कानून की शक्ल में ज़मीन पर उतर चुकी है। यह सिर्फ एक कानून लागू करने की बात नहीं, यह एक नए भारत की ओर बढ़ाया गया निर्णायक कदम है।
मुख्यमंत्री धामी ने आने वाले पीढ़ी को अनुसूचित समाज का उद्धार करने वाले समाजसेवकों के जीवन चरित्र और इतिहास के साथ-साथ भारतीय संविधान के बारे में जानकारी देने के लिए हरिद्वार में बाबा साहब समरसता स्थल का निर्माण किए जाने। समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित की जाने वाली एससीपी/टीएसपी योजनाओं के अन्तर्गत अनुसूचित समाज की बाहुल्यता वाले क्षेत्रों में उत्तराखण्ड के दलित/अनुसूचित वर्ग/अनुसूचित जनजाति वर्ग के समाज सुधारकों के नाम पर बहुद्देशीय भवन बनाये जाने एवं अनुसूचित समाज के कल्याण संबंधी योजनाओं व अधिकारों के प्रति हमारी आने वाली पीढ़ी को जागरूक करने के उद्देश्य से विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों में विशेष जन-जागरुकता कार्यक्रम अनुसूचित जाति आयोग के माध्यम से आयोजित किए जाने की घोषणा की।
कार्यक्रम से पूर्व बीएचईएल मैदान से केंद्रीय विद्यालय परिसर तक आयोजित रैली में हजारों की संख्या में लोगों ने मुख्यमंत्री पर पुष्प वर्षा कर उनका आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने डॉ बी.आर अम्बेडकर को नमन करते हुए कहा कि डॉ बी.आर अम्बेडकर ने हमारे समाज को समानता, समरसता और न्याय का मार्ग दिखाया। आज भी बाबा साहेब हमारी सामूहिक चेतना का अभिन्न हिस्सा हैं। उनका संपूर्ण जीवन ही हमारे लिए एक संदेश है। उन्होंने गुलाम भारत में जन्म लेकर अपने ज्ञान और संकल्प से स्वयं के साथ करोड़ों लोगों के जीवन को भी बलदने का काम किया है। उन्होंने अन्य लोगों को न्याय की राह दिखाई। उन्होंने कहा समाज के वंचित वर्ग को मुख्य धारा में लाने के लिए बाबा साहेब का संघर्ष हम सभी के लिए प्रेरणा है।
मुख्यमंत्री ने कहा भारतीय संविधान के निर्माण में बाबा साहेब के योगदान के लिए हर देशवासी सदैव उनका आभारी रहेगा। उन्होंने संविधान की प्रस्तावना में न्याय, स्वतंत्रता, समानता भारतीय गणराज्य के मूल स्तंभ को रखा। बाबा साहब ने ऐसे भारत की परिकल्पना की जिसमें सभी वर्गों को समान अधिकार, समान अवसर और समान गरिमा प्राप्त हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने आजादी के बाद उत्तराखंड में सबसे पहले समान नागरिक संहिता लागू कर बाबा साहेब के सपनों के भारत के निर्माण की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाया है और उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है।
मुख्यमंत्री ने कहा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर जी ने संविधान निर्माता के रूप में समान नागरिक संहिता को संविधान के अनुच्छेद 44 के तहत राज्य के नीति निदेशक सिद्धांतों में सम्मिलित किया था। वो भली भांति जानते थे कि भारत और भारतीय समाज के लिए समान नागरिक संहिता बेहद आवश्यक है। उन्होंने समान नागरिक संहिता को कानूनी, सामाजिक आवश्यकता के साथ नैतिक आवश्यकता भी माना। बाबा साहेब ने हमेशा सभी जाति, धर्म के लोगों के लिए एक समान कानून की बात को प्राथमिकता दी थी। मुख्यमंत्री ने कहा समान नागरिक संहिता का उद्देश्य समाज में समुदायों के लिए अलग-अलग व्यक्तिगत कानूनों के कारण भेदभाव, असमानता और अन्याय की स्थिति खत्म करना है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बाबा साहब ने हमेशा समाज की प्रगति में महिलाओं की भागीदारी पर जोर दिया। उन्होंने कहा राज्य में यूसीसी लागू होने के बाद महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में नए युग की शुरुआत हुई है। उन्होंने कहा यूसीसी के माध्यम से उत्तराखंड की मुस्लिम बहन-बेटियों को इद्दत, बहुविवाह, बाल विवाह और तीन तलाक जैसी कुरीतियों से मुक्ति मिली है। अब किसी भी महिला को उत्तराधिकार या संपत्ति के अधिकार में भेदभाव का सामना नहीं करना पड़ेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी की नीतियों और कार्यशैली में बाबा साहब के विचार दिखाई देते हैं। बाबा साहेब की जयंती पर राष्ट्रीय अवकाश घोषित कर प्रधानमंत्री ने उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की है। सरकार द्वारा बाबा साहेब की स्मृतियों से जुड़े प्रमुख स्थलों को राष्ट्र चेतना के पंच तीर्थ के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा आज़ादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ही सच्चे मन से दलितों और वंचितों के उत्थान के साथ उन्हें समाज की मुख्यधारा में जोड़ने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने अनुसूचित वर्ग के कल्याण हेतु आम बजट में वृद्धि की है। आर्थिक, शैक्षणिक और सामाजिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए हैं। दलित उत्पीड़न कानून 1989 को केंद्र सरकार ने संशोधित कर और सख्त बनाया है। स्टैंडअप इंडिया योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, हर घर नल से जल, आयुष्मान भारत जैसी अनेकों योजनाओं में भी गरीबों, शोषितों, वंचितों, आदिवासियों और दलितों को प्राथमिकता देते हुए उनका समग्र विकास सुनिश्चित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा राज्य सरकार देवभूमि उत्तराखंड के सांस्कृतिक मूल्यों और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने के प्रति भी पूर्ण रूप से संकल्पबद्ध है। प्रदेश के साथ खिलवाड़ करने वाले घृणित मानसिकताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा हाल के दिनों में कुछ असामाजिक तत्व अपने राजनैतिक स्वार्थों के चलते समाज को क्षेत्रवाद और जातिवाद के नाम पर बांटने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा उत्तराखंड की एकता, अखंडता और सामाजिक समरसता पर किसी भी प्रकार की कोई आँच नहीं आएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार भी अनुसूचित समाज को सशक्त, शिक्षित और आत्मनिर्भर बनाने हेतु हरसंभव प्रयास कर रही है। राज्य सरकार द्वारा कक्षा 1 से 12वीं तक के बच्चों को छात्रवृत्ति एवं राज्य में निशुल्क 15 छात्रावास, 5 आवासीय विद्यालय और 3 आईटीआई का संचालन किया जा रहा है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए कोचिंग की निःशुल्क व्यवस्था भी की गई है। राज्य सरकार ने प्रदेश में जातीय भेदभाव को समाप्त करने और सामाजिक समरसता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अनुसूचित जाति के युवक या युवती से अंतर-जातीय विवाह करने पर 50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है।
इस अवसर पर श्री निर्मल दास महाराज, पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानंद, विनोद दास, उमेश कुमार, रामपाल, जिला पंचायत अध्यक्ष किरण चौधरी, मेयर किरण जैसल, दर्जा मंत्री श्री विनय रुहेला, श्री जयपाल चौहान, श्री देशराज कर्णवाल, बीजेपी जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, पूर्व विधायक संजय गुप्ता, कुंवर प्रणव , पूर्व जिलाध्यक्ष संदीप शर्मा, मंडलायुक्त विनय शंकर पांडेय, आईजी गढ़वाल राजीव स्वरूप, जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल एवं अन्य लोग मौजूद रहे।े बेटी पैदा होने के पर विवाहिता को मारपीट कर घर से निकाला,पति ने पेंचकस और हथौडे से किया जान लेवा हमला
उधम सिंह नगर। जिले के काशीपुर क्षेत्र में महिला को उसके पति और ससुराल के लोगों ने बुरी तरह पीटा। इतना ही नही पति से तो सारी हदें पार करते हुए पत्नी पर पेंचकस और हथौडे से भी कई वार किए। जिसका वीडियो भी सामने आया है। महिला का कुसूर सिर्फ इतना था कि उसने एक बेटी को जन्म दिया, जो उसके पति और ससुराल वाले नागवार गुजरा।
इस मामले में पीड़ित महिला के पिता की तहरीर पर आईआईटी थाना पुलिस ने मुकदमा तो दर्ज कर लिया है, लेकिन अभी भी पीड़िता को इंसाफ नहीं मिला है। तहरीर के अनुसार जसपुर से रहने वाले जरनैल सिंह ने करीब 2.5 साल पहले अपनी बेटी की साथी काशीपुर के रहने वाले योगेश कुमार से की थी। महिला की एक 1.5 साल की एक बेटी भी है।
आरोप है कि शादी के बाद से ही योगेश कुमार ने अपनी पत्नी के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया था। कुछ दिनों पहले ही योगेश ने अपनी पत्नी और 1.5 साल की बेटी को मारपीट कर घर से निकाल दिया था। तब से महिला अपनी बेटी के साथ पिता के घर पर ही रह रही थी।
आरोप है कि 29 मार्च को योगेश कुमार ने अपनी पत्नी हरजिंदर कौर को फोन किया और कहा कि यदि वो अपना सामान नहीं ले गई तो सारा सामान बेच देगा. इसके बाद महिला अपने 14 साल के भाई के साथ योगेश कुमार के पास सामान लेने गई।
आरोप है कि घर पहुंचने के बाद योगेश कुमार उसे जबरदस्ती कमरे में ले गया और अंदर से दरवाजा बंद कर लिया. इसके बाद योगेश कुमार ने पेचकस और हथौड़े से पत्नी पर जानलेवा हमला किया, जिससे उनकी महिला लहूलुहान हो गई। फिलहाल महिला का हॉस्पिटल में उपचार चल रहा है।
वहीं पीड़िता ने ने बताया कि उसकी शादी नवंबर 2022 में हुई थी। शादी के तीन महीने बाद ही उसके ससुराल वालों ने उससे दहेज की मांग शुरू कर दी थी। बेटी के जन्म देने के बाद तो टॉर्चर और बढ़ गया था। ससुराल वालों ने यहां तक कह दिया था कि यदि उसको तलाक चाहिए तो कोर्ट का खर्च भी उसे ही देना पड़ेगा।
महिला का आरोप है कि उसके पति योगेश कुमार ने 29 मार्च को बहाने से उसे घर बुलाया और फिर पेचकस ओर हथौड़ी से उस पर कई वार किए. आसपास के लोग महिला का शोर सुनकर उसके घर आए और उन्होंने ही दरवाजा तोड़कर उसकी जान बचाई।
महिला का कहना है कि पुलिस ने अभी तक उसके पति योगेश कुमार को गिरफ्तार भी नहीं किया है। इसके अलावा योगेश कुमार ने खुद उल्टा महिला पर लड़कों को घर लेकर आने और उनसे मारपीट करने का आरोप लगाया है। महिला का कहना है कि वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कौन किस को मार रहा है।
इस पूरे मामले पर सीओ काशीपुर दीपक सिंह ने बताया कि आईटीआई थाना क्षेत्र में 30 मार्च को मुकदमा दर्ज हुआ है। प्रथम दृष्टया तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया था, जिसमें विवेचना कर अग्रिम कार्रवाई की गई। डॉक्टरों के बयान लिए गए। डॉक्टर ने जो मेडिकल बनाया है, उसका अवलोकन किया गया। उसके आधार पर जो धाराएं थी उनमें वृद्धि की गई और वर्तमान में विवेचना की जा रही है, जो आरोपी है वो रिमांड पर है।आगे पढ़ें
स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए तेजी से काम में जुटे डीएम
जिला चिकित्सालय कोरोनेशन में ब्लड बैंक निर्माण कार्य युद्धस्तर पर
देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल के समर्पण भाव से जिले के विकास कार्य धरातल पर उतरने लगे हैं। जिला चिकित्सालय बल्ड बैंक निर्माण युद्धस्तर पर जारी है।
सोमवार को मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन एवं जिलाधिकारी सविन बंसल के समर्पण भाव से जिले विकास कार्य धरातल पर उतरने लगे हैं। जिला चिकित्सालय बल्ड बैंक निर्माण युद्धस्तर पर जारी है। इसके अतिरिक्त चिकित्सालय में आटोमेटेड पार्किंग, कैंटीन का निर्माण कार्य भी अतिंम चरण में है। जिलाधिकारी सविन बंसल जनपद में स्वास्थ सेवाओं एवं जन सामान्य से संबंधित विषयों एवं समस्याओें पर गंभीर हैं। जिला चिकित्सालय में ब्लड बैंक स्थापित करना डीएम की सर्वाेच्च प्राथमिकता में से एक है। जिसके परिणाम स्वरूप जिला चिकित्सालय कोरोनेशन में धनराशि ₹ 142.91 लाख से ब्लड बैंक का निर्माण शुरू हो गया है।जिलाधिकारी स्वयं इसकी मॉनिटरिंग के साथ ही शासन तथा उच्च स्तर पर स्वयं समन्वय कर रहें हैं, जिसके परिणाम स्वरूप इस वर्ष जिला चिकित्सालय को अपना ब्लड बैंक,मिल जाएगा जिसका कार्य युद्धस्तर पर जारी है। जिलाधिकारी स्वयं इसकी मॉनिटरिंग के साथ ही शासन तथा उच्च स्तर पर स्वयं समन्वय कर रहें हैं, जिसके परिणाम स्वरूप इसी वित्तीय वर्ष जिला चिकित्सालय को अपना ब्लड बैंक, मिलने की संभावना बढ गई है। जहां जिला चिकित्सालय को अपन ब्लड बैंक होगा, वहीं जनमानस मरीजों आगंतुकों को रक्त की आवश्यकता होने पर भटकना नहीं पड़ेगा। जहां जिला चिकित्सालय को अपना ब्लड बैंक होगा, वहीं जनमानस मरीजों आगंतुकों को रक्त की आवश्यकता होने पर भटकना नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही चिकित्सालय में जल्द ही डेडिकेटड “रक्त गरूड़’’ इलैक्ट्रिक वाहन की सुविधा भी उपलब्ध कराई जा रही है, जिससे तीमारदारों को बल्ड लेने को आवागमन में सुविधा होंगी। साथ ही एसएसएनसीयू की क्षमता भी डबल की जा रही है। डीएम के निर्देश पर चिकित्सालय में आशाघर की सुविधा एवं दवाई के कांउटर पहले ही बढा दिए गए है। राज्य का पहला वैक्सिनेशन सेंटर जो पूरे सप्ताह वैक्सिनेशन की सुविधा देता है शुरू करवा दिया गया है। जिलाधिकारी बंसल पदभार ग्रहण करते ही जनमानस से जुड़े विषयों पर गंभीर हैं लोकसेवक के रूप जनमानस के उनके दायित्वों को निर्वहन करने में सदैव तत्पर रहे हैं। उन्होंने पदभार ग्रहण करते ही स्वास्थ्य सेवाओं को पटरी पर लाने का कार्य कर रहे, चिकित्सालय में ब्लड बैंक निर्माण कार्यों से लेकर एसएसएनसीयू संचालित करना, चिकित्सालय में आशा घर, उप जिला चिकित्सालय में आईसीयू संचालित करना, दुरस्थ क्षेत्र त्यूनी का चिकित्सालय में अल्ट्रासाउण्ड व एक्सकृरे मशीन सहित रेडियोलॉलिस्ट की व्यवस्था, साहिया में स्वास्थ्य सेवा में सुधार, विकासनगर चिकित्सालय में मरीजों हेतु निशुल्क भोजन, चिकित्सालयों दवाई कांउटर बढाने, प्रेमनगर में ओटी संचालन, साहिया में अल्ट्रायाउंड मशीन स्थापित करने तथा रोस्टरवार रेडियोलॉजिस्ट की डयूटी लगाने, जिला चिकित्सालय के एसएसएनसीयू तथा नारीनिकेतन के लिए डेडिकेटेड एम्बुलेंस आदि अनेक कार्य स्वास्थ्य क्षेत्र में किये है।
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रेलवे ट्रेक के समीप नवजात शिशू मिलने से हड़कंप
हरिद्वार। रेलवे लेन पर एक नवजात शिशू के मिलने से पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद मौके परपहुंची पुलिस शिशू का रेस्क्यू कर उसकी स्वास्थ्य जांच के लिए उसे अस्पताल भेजा। पुलिस शिशू को छोड़ने वाले की तलाश में जुट गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार भीमगोड़ा में रेलवे ट्रैक के निकट कोई आठ दस दिन के मासूम शिशु को छोड़ गया। बच्चे के रोने की आवाज सुनकर लोग जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि रेलवे लाइन के निकट चादर पर एक मासूम रोता मिला। उसके पास ही दूध की बोतल भी पड़ी थी। देखते ही देखते वहां लोगों की भीड़ जमा हो गयी। इसकी सूचना स्थानीय लोगों ने पुलिस को दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्चे को रेस्क्यू कर स्वास्थ्य जांच के लिए अस्पताल भेजा।पुलिस ने आसपास कैमरों को खंगालना भी शुरू कर दिया है। पुलिस शिशू को इस हालत में छोड़ने वाले की तलाश में जुट गयी है। अनुमान लगाया जा रहा है कि कोई सुबह-सुबह ही बच्चे को रेल लाइन के निकट रखकर गया है।
झरने में नहाने एक पर्यटक की संदिग्ध मौत
नैनीताल। कालाढूंगी थाना क्षेत्र के पवलगढ़ इलाके में एक पर्यटक की झरने में नहाते समय संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गयी। बताया जा रहा कि पर्यटक अपने दो दोस्तों के साथ यहां घूमने आया था। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम तत्काल घटनास्थल पर पहुंची और शव को कब्जे में लिया। पूरे मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली निवासी विनय कक्कड़ (उम्र 46 वर्ष) अपने दो दोस्तों के साथ घूमने आया हुआ था। वो कालाढूंगी क्षेत्र के पवलगढ़ गांव स्थित एक रिसोर्ट में रुके हुए थे। रविवार की शाम तीनों जंगल के अंदर एक झरने पर नहाने गए। बताया जा रहा है कि नहाने के बाद जब तीनों वापस लौट रहे थे। तभी रास्ते में सीढ़ियां चढ़ते समय अचानक विनय का पैर फिसल गया. जिससे वो नीचे गिर गया। जिसकी वजह से उसके सिर पर गंभीर चोटें आई।
मौके पर उसके साथ मौजूद दोस्त गौरव छाबड़ा ने बताया कि हादसे के बाद वो तत्काल विनय को लेकर रामनगर के सरकारी अस्पताल पहुंचे, लेकिन डॉक्टरों ने विनय को मृत घोषित कर दिया। गौरव ने बताया कि वो तीनों शुक्रवार सुबह ही दिल्ली से घूमने के लिए रामनगर आए थे। घटना के दिन ही उन्होंने झरने में नहाने का प्लान बनाया था। रामनगर थाना प्रभारी अरुण कुमार सैनी ने बताया कि सोमवार को पोस्टमार्टम की कार्रवाई के बाद डेड बॉडी परिजनों को सौंप दी गयी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के असली कारणों की पुष्टि हो सकेगी। परिजनों की ओर से अब तक कोई लिखित तहरीर नहीं दी गई है। तहरीर मिलने के बाद आगे की वैधानिक कार्रवाई की जाएगी। आगे पढ़ें
कबाड़ी की दुकान में जोरदार धमाके से दहला पूरा गांव,दो गंभीर पुलिस कर रही मामले की जांच
हरिद्वार। जिले के पथरी थाना क्षेत्र में बड़ा धमाका हुआ है, जिसमें दो लोगों के गंभीर रूप से घायल होने की सूचना है। घायलों को पास के हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां उनकी हालत अभी गंभीर बनी हुई है। बताया जा रहा है कि धमाका इतना जबरदस्त था कि उसकी आवाज से पूरा गांव दहल गया था। धमाके के बाद चारों और धुएं का गुबार ही नजर आ रहा था। मौके पर पहंुची पुलिस पूरे मामले की पडताल कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार सोमवार को पथरी थाना क्षेत्र के धनपुरा गांव के लोग उस समय सहम गए, जब उन्हें जोरदार धमाके की आवाज सुनाई दी। धमाके की आवाज सुन लोग घटना स्थल की तरफ दौड़े तो देखा कि वहां दो लोग घायल पड़े हुए हैं। ग्रामीणों ने तत्काल मामले की सूचना पुलिस को दी। धमाके की सूचना मिलते ही पुलिस भी मौके पर पहुंची और जांच पड़ताल शुरू की। इसके साथ ही पुलिस ने घायलों को पास के हॉस्पिटल भी भिजवाया। इस घटना के बारे में जानकारी देते हुए पथरी थाना प्रभारी मनोज नौटियाल ने बताया कि मुस्तफा कबाड़ी को पड़ोसी ने थिनर के डिब्बे बेचे थे। जिनको फोड़ते समय अचानक धमाका हुआ है।
पुलिस के अनुसार इस हादसे में कबाड़ी मुस्तफा और दिलशाद नाम का व्यक्ति घायल हुए हैं। दोनों को अस्पताल पहुंचाया गया है। जहां पर दोनों का उपचार चल रहा है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।आगे पढ़ें
पिकअप वाहन खाई में गिरा,तीन की मौके पर ही दर्दनाक मौत
उत्तरकाशी। सोमवार सुबह यमुनोत्री हाईवे पर चामी के समीप एक पिकअप अनियंत्रित होकर खाई में गिरने के बाद यमुना नदी में समा दिया। इस हादसे में तीन लोगों की मौत हो गयी। जिन्हे रेस्क्यू कर खाई से बाहर निकाला गया। पुलिस ने मृतकों के शव का पंचनामा भरकर आगे की कार्यवाही शुरू कर दी।
मिली जानकारी के अनुसार पिकअप वाहन देहरादून जिले के विकासनगर से परचून का सामान लेकर उत्तरकाशी के मोरी जा रहा था। पिकअप वाहन यमुनोत्री हाइवे पर चामी के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो कर यमुना में समा गया। इस सड़क हादसे में वाहन चालक सहित तीन लोगों की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई। हादसे की सूचना के बाद घटनास्थल पर पहुंची एसडीआरएफ, नौगांव और डामटा की पुलिस ने वाहन से छिटक कर खाई में पड़े शवों को रेस्क्यू करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी नौगांव भेज दिया है।
सड़क दुर्घटना सोमवार सुबह करीब सात बजे हुई। पिकअप वाहन में सवार वाहन चालक नौशाद पुत्र नूर मोहम्मद उम्र 25 वर्ष, परवीन जैन पुत्र चमन लाल उम्र 45 वर्ष, अजय शाह पुत्र बरगीनाथ उम्र 30 वर्ष की दुर्घटना स्थल पर ही मौत हो गई। तीनों मृतक जीवनगढ़ विकासनगर के रहने वाले थे।
थानाध्यक्ष पुरोला मोहन सिंह कठैत ने बताया कि-तीनों लोगों की दुर्घटनास्थल पर ही मौत हुई है। उनके परिजनों को सूचना दे दी गई है। शवों का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी नौगांव भेजा गया है। हादसे के कारणों की जांच की जा रही है।
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मजदूरी करने आई युवती से शिक्षक ने किया दुष्कर्म,पुलिस कर रही मामले की जांच
देहरादून। चकराता थाना क्षेत्र के एक राजकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक पर दुष्कर्म का मुदकमा दर्ज हुआ है। आरोप है कि उसने बगीचे में मजदूरी करने आई गांव की ही युवती से दुष्कर्म किया है। इतना ही नहीं आरोप है कि शिक्षक पीड़िता के परिवार पर समझौते का दबाव बनाने लगा तो युवती ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
चकराता थाने में दी गई तहरीर में पीड़िता के भाई ने बताया कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक ने नौ अप्रैल की शाम को उन्हें बगीचे में पेड़ों की निराई और तौलिए बनाने के लिए फोन किया। 10 अप्रैल को उनकी मां ने बहन को मजदूरी के लिए सुबह आठ बजे बगीचे में भेज दिया। बताया कि वह लंबे समय से शिक्षक के यहां मजदूरी करते आ रहे हैं। शिकायतकर्ता ने बताया कि दोपहर में शिक्षक ने उनकी बहन को तेज धूप के चलते छाया में बैठने के लिए कहा। इस दौरान उनकी बहन फोन देखने लगी। आरोप है कि शिक्षक आया और उनकी बहन का हाथ पकड़कर जोर जबरदस्ती करने लगा। आरोप है कि बहन के साथ गलत काम करने के बाद शिक्षक ने उसे कहा कि यहां से भागना मत, काम करते रहना।
शिकायतकर्ता ने बताया कि शिक्षक ने घटना के बारे में किसी को बताने पर बहन और परिवार को जान से मारने की धमकी दी। बताया कि उनकी बहन ने मां को फोन कर आपबीती सुनाई। मां ने उसे घर बुलाया तो उसने पूरी घटना बताई। बताया कि बिस्सू पर्व पर उनकी बहन की सगाई होने वाली थी। घटना के बाद 10 अप्रैल की रात को उनकी बहन ने जहरीला पदार्थ निगल लिया। उसकी तबीयत बुरी तरह से बिगड़ गई। उसे एक स्थानीय अस्पताल से देहरादून रेफर कर दिया गया।
12 अप्रैल को उनकी बहन को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बताया कि घटना के बाद से उन्हें और उनके परिजनों पर पंचायत कर दबाव बनाया जा रहा है। उन्हें और उनके परिजनों को जान से मारने की धमकी दी जा रही है। सीओ विकासनगर बीएल शाह ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। कालसी थाने की महिला उपनिरीक्षक को मामले की जांच सौंपी गई है। सोमवार को युवती की चिकित्सकीय जांच और बयान करवाए गए। इसके बाद अब आगे की कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। आगे पढ़ें
दो मई को खुलेंगे तुंगनाथ धाम के कपाट ; मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल
रूद्रप्रयाग। तृतीय केदार तुंगनाथ के कपाट शुक्रवार 2 मई को मिथुन लग्न पूर्वाह्न 10 . 15 ( सवा दस) बजे खुलेंगे। तुंगनाथ के शीतकालीन प्रवास श्री मर्करेटेश्वर मंदिर मक्कूमठ में आयोजित कार्यक्रम में आचार्य पुजारी विजय भारत मैठाणी ने कपाट खुलने की तिथि घोषित की।¢
उन्होंने बताया तुंगनाथ की चल विग्रह डोली बुधवार 30 अप्रैल को मर्करेटेश्वर मंदिर मक्कूमठ से मक्कूमठ के निकट भूतनाथ मंदिर में आयेगी। इस दिन 30 अप्रैल को भूतनाथ मंदिर में प्रवास रहेगा। बृहस्पतिवार 1 मई को तुंगनाथ जी की चल विग्रह डोली भूतनाथ मंदिर से चोपता पहुंचेगी। शुक्रवार 2 मई सुबह भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह डोली चोपता से तुंगनाथ पहुंचेगी। 2 मई को पूर्वाह्न 10.15 सवा दस बजे तुंगनाथ मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।तुंगनाथ जी के कपाट की तिथि घोषित होने के अवसर पर मक्कूमठ में मठापति रामप्रसाद मैठाणी, पूर्व मंदिर अधिकारी भूपेंद्र मैठाणी, मंदिर समिति प्रबंधक बलबीर नेगी,ग्राम प्रधान विजय पाल, क्षेत्र समिति सदस्य जयबीर नेगी,पुजारी रविंद्र मैठाणी सहित चंद्र मोहन मैठाणी,मुकेश मैठाणी,विनोद मैठाणी, अतुल मैठाणी, अजय मैठाणी सहित चंद्र मोहन बजवाल, आलोक एवं बड़ी संख्या में हकहकूकधारी तथा श्रद्धालु मौजूद रहे।